खुलासा : यूपी एटीएस द्वारा गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों के निशाने पर थे यह ठिकाने...

खुलासा : यूपी एटीएस द्वारा गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों के निशाने पर थे यह ठिकाने...

प्रतीकात्मक फोटो.

खास बातें

  • आरोपियों से गहन पूछताछ जारी, आगे और खुलासे होने की संभावना
  • मुफ्ती फैजान ने बिजनौर से पिस्टल व बारूद खरीदने की कोशिश की थी
  • आरोपियों के निशाने पर देश में कई व्यक्ति और स्थान थे
नई दिल्ली/ मुंबई:

यूपी एटीएस द्वारा गिरफ्तार चार संदिग्ध आतंकियों से पूछताछ में बड़े खुलासे हुए हैं. पता चला है कि संदिग्ध आतंकियों ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड सहित देश के अलग-अलग स्थानों पर वारदातों को अंजाम देने की योजना बनाई थी. वे कुछ धार्मिक स्थलों और व्यक्तियों को भी निशाना बनाना चाहते थे. आरोपियों से गहन पूछताछ जारी है और आगे बहुत से खुलासे होने की संभावना है.

सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि मुफ्ती फैजान द्वारा बिजनौर से पिस्टल व बारूद खरीदने की कोशिश की गई. असफल होने पर निजाम ने मुंबई से पिस्टल खरीदने का इंतजाम किया. आरोपी पिस्टल लेने से पूर्व ही गिरफ्तार हो गए. जिस व्यक्ति से पिस्टल खरीदने वाले थे उसकी तलाश की जा रही है.

आरोपियों के निशाने पर कई व्यक्ति और स्थान थे. वे वारदातों को अंजाम देने की योजना बना रहे थे. इन संदिग्ध आतंकियों ने इन स्थानों और व्यक्तियों को निशाना बनाना मकसद था -

1. किसी त्यौहार, भीड़भाड़ के समय हरिद्वार, उत्तराखण्ड

2. शिया इबादतगाह, नौगवां सादात, अमरोहा, उत्तर प्रदेश

3. तारिक फतेह (पाकिस्तानी पैदाइश, कनाडा निवासी स्कॉलर)

4. मुंबई में कोई पुलिस वाला अकेले मिलने पर उसकी हत्या करना

5. नरकटियागंज बिहार में शुगर मिल में आग लगाना

6. किसी बाजार में गैस सिलेंडर की दुकान, बैटरी की दुकान को निशाना बनाना ताकि विस्फोट के बाद आग से ज्यादा नुकसान हो


पुलिस कर्मी थे निशाने पर
यूपी एटीएस प्रमुख असीम अरुण ने एनडीटीवी को बताया कि आरोपियों से पूछताछ के बाद यह खुलासा हुआ है कि 20 अप्रैल को मुंब्रा से गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों की योजना खाकी वर्दी पर लोन वुल्फ हमले की थी. मतलब यह कि गिरोह के सदस्य अलग- अलग जगहों पर अकेले ही पुलिस वालों पर हमले को अंजाम देने वाले थे. जैसा कि अभी तक अमूमन विदेशों में देखने को मिला है.

यूपी एटीएस की स्पेशल सेल दिल्ली, सीआई सेल आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र एटीएस ने पंजाब पुलिस और बिहार पुलिस की मदद से पिछले चार हफ्तों में संदिग्धों को गिरफ्तार किया था. इसमें मुंब्रा से नाजिम शमशाद अहमद,जालंधर से गाजी बाबा उर्फ मुजम्मील, बिजनौर से मुफ्ती उर्फ फैजान और बिहार के नरकटिया से जकवान उर्फ एहतेशाम को पकड़ा गया था.

 
nazim shamshad suspected terrorist

एटीएस के मुताबिक मुंब्रा से गिरफ्तार नाजिम शमशाद अहमद ही पांच राज्यों की पुलिस की मदद से पकड़े गए गिरोह का सरगना है. मूल रूप से बिजनौर का रहने वाला नाजिम पिछले तीन महीने से मुंबई के करीब मुंब्रा में किराये के मकान में अपने दो दोस्तों के साथ रह रहा था. पड़ोसियों के मुताबिक वह किसी से ज्यादा बात नहीं करता था. पड़ोसी हैरान हैं कि मुंब्रा की गलियों में घूम-घूमकर ठंडा बेचने वाला शख्स इतने गरम दिमाग का कैसे निकला?

महाराष्ट्र एटीएस नाजिम के साथ उस मकान में रहने वाले उसके दूसरे दो साथियों से पूछताछ कर रही है..जबकि नाजिम शमशाद अहमद यूपी एटीएस की गिरफ्त में है. वहां उसके साथ जालंधर और बिहार के नरकटिया से गिरफ्तार दूसरे साथी भी रखे गए हैं. यूपी एटीएस नाजिम उर्फ उमर के विदेशी हैंडलर के बारे में भी जानकारी जुटाने में जुटी है.

इस मामले में अभी आरोपियों से पूछताछ जारी है. उनके मॉड्यूल के बारे में विस्तृत जानकारी जुटाई जा रही है. पहले पता चला था कि पांच राज्यों की पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकियों निजाम,जकवान,गाजी बाबा और फैजान में से कुछ ने आतंकी हमले करने के लिए पैसा इकठ्ठा करने के लिए अपनी प्रापर्टी बेच दी थी. सूत्रों की माने तो इस ग्रुप को नहीं पता था कि कैसे हमला करना है, लेकिन उनके हैंडलर्स ने उनको लोन वुल्फ अटैक करने के लिए तैयार किया था.

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