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खास बातें
- गौरतलब है कि गडकरी आरएसएस की विजयादशमी और शस्त्रपूजा में हिस्सा लेने के लिए बाकायदा संघ की ड्रेस में पहुंचे। यहां वह पत्रकारों से बात करने से बचे।
नई दिल्ली: एक के बाद एक आरोपों से घिरे बीजेपी के अध्यक्ष नितिन गडकरी को लेकर आरएसएस ने साफ किया है कि गडकरी को दोबारा अध्यक्ष बनाने पर फैसला बीजेपी ही लेगी।
गौरतलब है कि गडकरी आरएसएस की विजयादशमी और शस्त्रपूजा में हिस्सा लेने के लिए बाकायदा संघ की ड्रेस में पहुंचे।
इस बीच नितिन गडकरी की पूर्ति पावर एंड शुगर लिमिटेड को लेकर नए खुलासों का सिलसिला जारी है। टाइम्स ऑफ इंडिया ने दावा किया है कि राजेश खान्जोडे नाम के एक कर्मचारी को भी पीपीएसएल का एक निदेशक बनाया गया है। इसके अलावा मुंबई के एक ज्योतिषी का नाम भी निदेशकों की सूची में है।
अखबार का यह भी कहना है कि गडकरी के जिस ड्राइवर मनोहर पंसे को डायरेक्टर बनाया गया है, उसे इस फैसले की जानकारी भी नहीं है। खान्जोडे को भी नहीं मालूम कि वह कंपनी का एक निदेशक है।
अपनी कंपनी में फर्जी निवेशकों की वजह से सुर्खियों में आए बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी को लेकर आरएसएस भी दबाव में आ गया है। इससे भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी मुहिम को झटका लग रहा है।
उधर, बीजेपी के पास भी अब गडकरी के बचाव में ज्यादा कुछ कहने को नहीं है, सिवाए इसके कि गडकरी खुद जांच को तैयार हैं।
गौरतलब है कि एनडीटीवी ने गडकरी के पूर्ति ग्रुप के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं के कई मामलों का खुलासा किया है। पता चला है कि गडकरी के पूर्ति ग्रुप में भारी निवेश करने वाली ज्यादातर कंपनियां फर्जी हैं। अब केन्द्र सरकार इसकी जांच करवाने की बात कह रही है।