अब स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में भी सामने आया घोटाला, RTI से हुआ खुलासा

एसबीआई में जारी वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में कुल 4832.42 करोड़ रुपये की बैंकिंग धोखाधड़ी से संबंधित 660 प्रकरण प्रकाश में आये

अब स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में भी सामने आया  घोटाला, RTI से हुआ खुलासा

फाइल फोटो

खास बातें

  • SBI में भी गड़बड़झाला
  • आरटीआई से खुलासा
  • धोखाधड़ी के 1,329 मामले सामने आये
नई दिल्ली:

देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई में मौजूदा वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान कुल 5,555.48 करोड़ रुपये की बैंकिंग धोखाधड़ी के 1,329 मामले सामने आये.  मध्य प्रदेश के नीमच निवासी आरटीआई कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ ने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि सूचना के अधिकार के तहत उन्हें यह जानकारी मिली है. उन्होंने अपनी आरटीआई अर्जी पर भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की ओर से भेजे गए जवाब के हवाले से बताया कि इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में बैंक में कुल 723.06 करोड़ रुपये की बैंकिंग धोखाधड़ी के 669 मामले सामने आये. एसबीआई में जारी वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में कुल 4832.42 करोड़ रुपये की बैंकिंग धोखाधड़ी से संबंधित 660 प्रकरण प्रकाश में आये. गौड़ ने अपनी आरटीआई अर्जी में एसबीआई से यह भी पूछा था कि आलोच्य अवधि के दौरान बैंकिंग धोखाधड़ी से खुद बैंक को कितना वित्तीय नुकसान हुआ. इस पर बैंक ने जवाब दिया कि इस नुकसान की रकम का परिमाण तय नहीं किया जा सकता. आरटीआई कार्यकर्ता ने एसबीआई से यह भी जानना चाहा था कि आलोच्य अवधि में उसके कितने ग्राहक बैंकिंग धोखाधड़ी के शिकार हुए और इस वजह से उन्हें कितनी रकम गंवानी पड़ी.    

PNB घोटाला : नीरव मोदी पर ED की बड़ी कार्रवाई, न्यूयार्क स्थित घर समेत 1,173 करोड़ रुपये की संपत्ति, हीरे-जवाहरात ज़ब्‍त

हालांकि, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ने संबंधित प्रश्न पर कहा कि चूंकि इस तरह की जानकारी उसके द्वारा सामान्य तौर पर इकट्ठी नहीं की जाती. इसलिए सूचना के अधिकार अधिनियम 2005 के सम्बद्ध प्रावधानों के तहत उसे इसके खुलासे से छूट प्राप्त है. 

RBI के पूर्व गवर्नर राजन का खुलासा: PMO को भेजी थी बहुचर्चित बैंकिंग घोटालेबाजों की लिस्ट, मगर...

गौरतलब है कि नीरव मोदी के पीएनबी बैंक घोटाला और विजय माल्या का बैकों से कर्ज लेकर देश छोड़कर भाग जाने सहित कई बैंकिंग घोटाले अब तक सामने आ चुके हैं. इसकी वजह से मोदी सरकार निशाने पर है. कांग्रेस का कहना है कि मोदी सरकार इन घोटालेबाजों से मिली है. वहीं बीजेपी का कहना है कि यह सारे लोन कांग्रेस के समय दिए गए हैं.

मेहुल चोकसी पर एंटिगुआ की सफाई- भारत सरकार की मंजूरी के बाद दी नागरिकता​



इनपुट : भाषा से


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com