मनोहर पर्रिकर के आमिर खान पर दिए बयान पर सदन में हंगामा, विपक्ष ने पूछा 'कैसा सबक...'

मनोहर पर्रिकर के आमिर खान पर दिए बयान पर सदन में हंगामा, विपक्ष ने पूछा 'कैसा सबक...'

रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर (फाइल फोटो)

खास बातें

  • मनोहर पर्रिकर के बयान पर सदन में हंगामा
  • गुलाम नबी आजा़द ने पूछा क्या सबक सिखाना चाहते हैं रक्षामंत्री
  • येचूरी ने कहा कि रक्षामंत्री डर का माहौल पैदा कर रहे हैं
नई दिल्ली:

अभिनेता आमिर खान की तरफ इशारा करते हुए रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर के दिए विवादास्पद बयान पर सोमवार को राज्यसभा में विपक्ष ने काफी हंगामा किया. भारी शोर शराबे के बीच स्पीकर की बात को काटते हुए विपक्ष के कुछ सांसदों ने पर्रिकर के लिए कहा कि 'वह रक्षामंत्री हैं, रक्षा कहा हैं.' सीपीएम के नेता सीताराम येचूरी ने कहा कि रक्षामंत्री डर का माहौल पैदा कर रहे हैं, वहीं गुलाम नबी आज़ाद के मुताबिक 'पूरे देश को पता लगना चाहिए कि पर्रिकर देश के अल्पसंख्यकों को किस तरह का सबक सिखाना चाहते हैं.

उधर पर्रिकर ने राज्यसभा में कहा कि 'सदस्य पहले वीडियो देखें उसके बाद ही किसी भी तरह के फैसले पर पहुंचे.' उन्होंने यह भी कहा कि 'मैंने किसी का नाम नहीं लिया और न ही किसी को धमकाया.'

मंत्रियों पर लगाम कसें
इसी बीच बसपा सांसद मायावती ने भी अपनी बात रखते हुए कहा कि 'बड़े दुख के साथ यह कहना पड़ता है कि जब से केंद्र में बीजेपी के नेतृत्व में सरकार बनी है धार्मिक अल्पसंख्यक समाज खासतौर पर मुस्लिम अस्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है.' मायावती ने अपनी बात पूरी करते हुए कहा कि 'पीएम अपने मंत्रियों पर लगाम क्यों नहीं कसते, मंत्री मुस्लमानों के बारे में, दलितों के बारे में जिस तरह की भाषा बोलते हैं, उस पर प्रधानमंत्री को सदन में आकर सफाई देनी चाहिए.'
 


क्या था पूरा मामला
बता दें कि शनिवार एक कार्यक्रम के दौरान मनोहर पर्रिकर ने आमिर खान के पिछले साल दिए गए एक बयान पर टिप्पणी की थी। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आमिर खान का बगैर नाम लिए उन पर निशाना साधते हुए कहा था कि ‘कैसे कुछ लोगों को देश के विरोध में बोलने का साहस हो जाता है. ऐसे लोग जो देश के खिलाफ बोलते हैं, उन्हें इस देश के लोगों द्वारा सबक सिखाए जाने की जरूरत है.’ गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में आमिर खान ने कहा था कि वह महसूस करते हैं कि पिछले छह से आठ महीने में देश में असुरक्षा और भय की भावना बढ़ी है। उन्होंने कहा था कि ‘मैं जब घर पर किरण के साथ बात करता हूं, वह कहती हैं कि क्या हमें भारत से बाहर चले जाना चाहिए?’

हालांकि रविवार को पर्रिकर के बयान पर जब उंगली उठाई गई जिसके बाद रक्षामंत्री ने कहा कि उन्होंने किसी व्यक्ति विशेष को निशाना नहीं बनाया बल्कि वह ‘अशांति’ के खिलाफ हैं. रक्षामंत्री ने कहा कि 'मैंने किसी का नाम नहीं लिया. मैंने कहा था कि जो लोग देश का सम्मान नहीं करते, उनका विरोध करना चाहिए. मैं उपद्रव (अशांति) का विरोध करता हूं. ऐसे लोगों का लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करना चाहिए. विरोध के लिए सम्मेलन आयोजित किए जाने चाहिए.'

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com