रुपये की कीमत गिरने से महाराष्ट्र सरकार को नुकसान, हेलीकॉप्टर खरीद पर बढ़ा खर्च

डॉलर के मुकाबले पिछले चार महीने से रुपये की गिरती कीमतों की वजह से अब नुकसान की खबरें भी सामने आने लगीं हैं. ताजा मामला  महाराष्ट्र सरकार से जुड़ा है.

रुपये की कीमत गिरने से महाराष्ट्र सरकार को नुकसान, हेलीकॉप्टर खरीद पर बढ़ा खर्च

फाइल फोटो.

खास बातें

  • रुपये की बढ़ती कीमतों से महाराष्ट्र सरकार को झटका
  • हेलीकॉप्टर खरीदने में देने पड़ रहे अधिक रुपये
  • राज्य सरकार ने खुद दी यह जानकारी
नई दिल्ली:

डॉलर के मुकाबले पिछले चार महीने से रुपये की गिरती कीमतों की वजह से अब नुकसान की खबरें भी सामने आने लगीं हैं. ताजा मामला  महाराष्ट्र सरकार से जुड़ा है. रुपये की कीमत गिरने से अब राज्य सरकार को हेलीकॉप्टर खरीद में नुकसान झेलना पड़ेगा. खुद सरकार ने यह बात स्वीकार की है. अब राज्य सरकार को एक हेलीकॉप्टर खरीदने में 18 करोड़ से अधिक राशि का खर्चा आएगा. मंगलवार को जारी एक सरकारी प्रस्ताव (जीआर) में यह जानकारी दी गई. सरकारी प्रस्ताव में बताया गया है कि महाराष्ट्र सरकार ने अमेरिका की सिकोरस्काई कंपनी से हेलीकॉप्टर खरीदने की राशि में बदलाव किया है. वजह कि  रुपये के मुकाबले डॉलर की महंगी दर की वजह से पहले की तुलना में अब खरीद राशि बढ़ गई है. यह हेलीकॉप्टर वीआईपी की यात्रा के लिए खरीदा जाना है.

रुपये में गिरावट से राज्‍यों को टैक्‍स से मिलेंगे 22,700 करोड़: रिपोर्ट

जीआर में बताया गया कि मई में हेलीकॉप्टर खरीद की अनुमानित राशि 127.11 करोड़ रुपये थी क्योंकि तब यह अनुमान 70 रुपये प्रति डॉलर के हिसाब से लगाया गया था. अब यह राशि 145.27 करोड़ रुपये हो गई है क्योंकि अब डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत 80 रुपये है. इससे पहले की राशि में अब 18.16 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है.

रुपये की गिरती कीमतों पर आई रिपोर्ट
रुपये में लगातार जारी गिरावट तथा कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से राज्यों को चालू वित्त वर्ष में बजट अनुमान के ऊपर 22,700 करोड़ रुपये का अप्रत्याशित कर राजस्व मिलेगा. एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है. अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 28 पैसे टूटकर 72.73 प्रति डॉलर के अपने नए सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गया. वहीं कच्चा तेल 78 डॉलर प्रति बैरल के पार निकल गया. इससे बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 509 अंक या 1.34 प्रतिशत टूटकर 37,413.13 अंक पर आ गया. 

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 72.88 के नए निम्नतम स्तर पर पहुंचा

एसबीआई रिसर्च के एक नोट में कहा गया है कि पेट्रोल और डीजल कीमतों में वृद्धि से राज्यों को चालू वित्त वर्ष में बजट अनुमान के ऊपर 22,700 करोड़ रुपये का अप्रत्याशित कर राजस्व मिलेगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि कच्चे तेल की कीमत में एक डॉलर प्रति बैरल की वृद्धि से सभी प्रमुख 19 राज्यों को औसतन 1,513 करोड़ रुपये का राजस्व लाभ होता है. इसमें कहा गया है कि सबसे अधिक 3,389 करोड़ का लाभ महाराष्ट्र को मिलेगा. उसके बाद गुजरात को 2,842 करोड़ रुपये का लाभ मिलेगा. राजधानी दिल्ली में मार्च से पेट्रोल 5.60 रुपये तथा डीजल 6.31 रुपये प्रति लीटर महंगा हुआ है.

वीडियो- प्राइम टाइम: डॉलर के मुक़ाबले रुपया क्यों गिरता जा रहा है? 


 

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)


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