सबरीमला विवाद : मंदिर में प्रवेश की कोशिश करने वाली रेहाना फातिमा का विरोध के बाद तबादला

केरल के सबरीमला में भगवान अयप्पा के मंदिर में प्रवेश की कोशिश करने वाली बीएसएनएल की कर्मी रेहाना फातिमा का तबादला शहर के पलारीवत्तोम टेलीफोन एक्सचेंज में कर दिया गया है.

सबरीमला विवाद : मंदिर में प्रवेश की कोशिश करने वाली रेहाना फातिमा का विरोध के बाद तबादला

रेहाना फातिमा

कोच्चि:

केरल के सबरीमला में भगवान अयप्पा के मंदिर में प्रवेश की कोशिश करने वाली बीएसएनएल की कर्मी रेहाना फातिमा का तबादला शहर के पलारीवत्तोम टेलीफोन एक्सचेंज में कर दिया गया है. सूत्रों ने यह जानकारी दी. सूत्रों ने बताया कि स्थानीय बोट जेटी शाखा की ग्राहक सुविधा इकाई में तकनीशियन के तौर पर काम करने वालीं फातिमा का मंगलवार को पलारीवत्तोम टेलीफोन एक्सचेंज में तबादला कर दिया. इस एक्सचेंज में उन्हें जनसंपर्क का काम नहीं करना होगा. बहरहाल, सूत्रों ने बताया कि फातिमा ने कर्तव्य में कोई लापरवाही नहीं बरती है. सबरीमला कर्म समिति ने मंगलवार को पलारीवत्तोम के बीएसएनएल दफ्तर तक विरोध मार्च कर फातिमा के निष्कासन की मांग की थी. केरल मुस्लिम जमात काउंसिल ने ‘‘लाखों हिंदू श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत करने'' को लेकर फातिमा को मुस्लिम समुदाय से निष्कासित कर दिया था.

यह भी पढ़ें : मंदिर की परंपराओं में किसी को भी हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए : रजनीकांत

आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के केरल में सबरीमला मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं को प्रवेश देने की अनुमति देने के आदेश के खिलाफ प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है. इस बीच केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मंगलवार को कहा कि पूजा करने के अधिकार का यह मतलब नहीं है कि आपको अपवित्र करने का भी अधिकार प्राप्त है. सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने 28 सितंबर को मंदिर में माहवारी आयु वर्ग (10 से 50 वर्ष) की महिलाओं के प्रवेश पर लगा प्रतिबंध हटा दिया था. सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ प्रदर्शनों के चलते महिलाओं को सबरीमला मंदिर में जाने से रोक दिया गया. स्मृति ईरानी ने कहा, ‘‘मैं उच्चतम न्यायालय के आदेश के खिलाफ बोलने वाली कोई नहीं हूं, क्योंकि मैं एक कैबिनेट मंत्री हूं. लेकिन यह साधारण-सी बात है क्या आप माहवारी के खून से सना नैपकिन लेकर चलेंगे और किसी दोस्त के घर में जाएंगे. आप ऐसा नहीं करेंगे.'' 

सबरीमाला मंदिर के मुख्य पुजारी बोले- मंदिर बंद नहीं करेंगे, मगर महिलाओं को यहां नहीं आना चाहिए



(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com