सबरीमाला मंदिर विवाद: दर्शन के लिए करना होगा अभी और इंतजार, हालात को देखते हुए बढ़ाया गया निषेधात्मक आदेश 

आपराध प्रक्रिया संहिता (CRPC) की धारा 144 के तहत जारी निषेधात्मक आदेशों की अवधि बढ़ने के बाद मंदिर (Sabarimala Temple Issue) के आसपास चार या इससे ज्यादा लोग नहीं जा सकते.

सबरीमाला मंदिर विवाद: दर्शन के लिए करना होगा अभी और इंतजार, हालात को देखते हुए बढ़ाया गया निषेधात्मक आदेश 

सबरीमाला मंदिर मामले में बढ़ाई गई धारा 144

खास बातें

  • विवाद को लेकर प्रशासन ने बरती सावधानी
  • कुछ दिन पहले ही लागू की धारा 144
  • सीएम ने कुछ दिन पहले बुलाई थी ऑल पार्टी मीटिंग
नई दिल्ली:

सबरीमाला मंदिर (Sabarimala Temple Issue) में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को अभी और इंतजार करना पड़ सकता है. दरअसल, पथानमथिट्टा जिले के कलेक्टर ने गुरुवार की रात को सबरीमला, निलक्कल और पम्बा क्षेत्रों में निषेधात्मक आदेश को और चार दिनों के लिए बढ़ा दिया है. कलेक्टर पी बी नूह ने पुलिस आयुक्त और अन्य संबंधित अधिकारियों द्वारा सौंपी गई रिपोर्टों पर विचार करने के बाद आपराध प्रक्रिया संहिता (CRPC) की धारा 144 के तहत जारी निषेधात्मक आदेशों की अवधि बढ़ाई है. इस आदेश के बाद धारा 144 के तहत मंदिर (Sabarimala Temple Issue) के आसपास चार या इससे अधिक लोगों के इकट्टा होने पर प्रतिबंध होगा. जिले के कलेक्टर ने बताया कि अधिकारियों द्वारा सौंपी गई विभिन्न रिपोर्टों पर विचार करने के बाद निषेधात्मक आदेशों को 26 नवम्बर की मध्य रात्रि तक बढ़ा दिया गया है.

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ध्यान हो कि सबरीमाला मंदिर  के पट दो महीने के लिए खुलने के बाद से ही मंदिर में दर्शन को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. इसके बाद से ही यहां धारा 144 लागू कर दी गई थी. इस दौरान वहां किसी तरह का धरना प्रदर्शन नहीं हो सकेगा. इधर केरल देवास्वम बोर्ड सुप्रीम कोर्ट का आदेश लागू कराने के लिए कोर्ट से कुछ और समय की मांग कर सकती है.वहीं महिला अधिकार कार्यकर्ता तृप्ती देसाई सहित करीब 500 महिलाओं ने केरल पुलिस की वेबसाइट पर सबरीमला मंदिर के दर्शन के लिए पंजीकरण करवाया था. तृप्ती देसाई इसके लिए कोच्चि पहुंच भी चुकी थीं. एयरपोर्ट पर तृप्ति देसाई के ख़िलाफ़ प्रदर्शन भी शुरू हो गया था. बीजेपी नेता एमएम गोपी ने कहा है कि तृप्ति देसाई को एयरपोर्ट के बाहर पुलिस या दूसरी किसी भी सरकारी वाहन का इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा.

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एयरपोर्ट में मौजूद टैक्सी चालक भी उन्हें ले जाएंगे. उनको अपना वाहन करना होगा. अगर वह एयरपोर्ट से बाहर आईं तो उनके खिलाफ रास्ते भर प्रदर्शन होगा. एयरपोर्ट के बाहर भीड़ और भारी हंगामे के कारण तृप्ति देसाई एयरपोर्ट पर 12 घंटे से ज्यादा समय से फंसी रहीं. अब वह वापस लौटने की तैयारी कर रहीं हैं. केरल के डीजीपी लोकनाथ बेहरा ने गुरूवार को कहा कि सबरीमाला मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को दर्शन के बाद रात में मंदिर परिसर में ठहरने की इजाजत नहीं दी जाएगी. उन्होंने कहा कि पिछले साल की तुलना में मंदिर और आसपास पुलिस की मौजूदगी दोगुना कर दी गयी. बेस कैंप निलक्कल में सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा के बाद बेहरा ने संवाददाताओं से कहा कि मंदिर परिसर में किसी को ठहरने की अनुमति नहीं होगी. उन्होंने कहा कि अक्टूबर तथा इस महीने मासिक पूजा के लिए कपाट खुलने पर मंदिर के आसपास प्रदर्शन के कारण वाजिब पाबंदी लगाने का फैसला किया गया.

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बेहरा ने कहा कि सभी श्रद्धालुओं को उनकी वापसी के पहले दर्शन करने का मौका जरूर दिया जाएगा.वहीं इस मामले को लेकर सीएम आवास के बाहर और राज्य के कई हिस्सों में प्रदर्शन कर रहे 70 लोगों को हिरासत में लिया गया है. मंदिर में तैनात पुलिसबल को हटाने और पुलिस की पाबंदियों के खिलाफ श्रद्धालु देर रात प्रदर्शन कर रहे थे, तभी उन्हें हिरासत में ले लिया गया था. प्रदर्शनकारी मंदिर परिसर में पूरी रात रुकने पर लगी पाबंदी हटाने की भी मांग कर रहे थे.

VIDEO: सबरीमाला मंदिर के बाहर प्रदर्शन, 80 लोग गिरफ्तार.

तिरुवनंतपुरम में मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के घर के बाहर रविवार देर रात  बड़ी संख्या में दक्षिणपंथी समूहों के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. भाजपा कार्यकर्ताओं ने कोच्चि, कोझिकोड, मलप्पुरम, अरनमुला, कोल्लाम, अलाप्पुझा और राज्यों के कई हिस्सों में प्रदर्शन किया. (इनपुट भाषा से) 


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