क्या सचिन पायलट भी सिंधिया के रास्ते पर जाने को तैयार हैं? जानिए उनके बारे में 5 बड़ी बातें

राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच लड़ाई ऐसा लग रहा है कि अंतिम दौर में पहुंच गई है. राजस्थान में सरकार को अस्थिर करने के मामले में एटीएस (एंटी टेरर स्क्वाएड ) और एसओजी की ओर से सचिन पायलट को नोटिस भेजा गया है.

क्या सचिन पायलट भी सिंधिया के रास्ते पर जाने को तैयार हैं? जानिए उनके बारे में 5 बड़ी बातें

क्या सचिन भी सिंधिया के रास्ते पर चल पड़े हैं?

नई दिल्ली : राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच लड़ाई ऐसा लग रहा है कि अंतिम दौर में पहुंच गई है. राजस्थान में सरकार को अस्थिर करने के मामले में एटीएस (एंटी टेरर स्क्वाएड ) और एसओजी की ओर से सचिन पायलट को नोटिस भेजा गया है. इसके बाद से सचिन पायलट काफी नाराज हो गए. उनके समर्थकों का कहना है कि यह सिर्फ सचिन पायलट को प्रताड़ित करने के लिए किया जा रहा है क्योंकि राजस्थान में गृह मंत्रालय भी अशोक गहलोत के ही हाथ है और एसओजी उन्हीं के अधीन आता है. गहलोत ने एसओजी का गठन विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले की जांच के लिए गठित किया है. हालांकि इसमें सीएम अशोक गहलोत भी पूछताछ के लिए शामिल हो सकते हैं. हालांकि इसे बात को सचिन पायलट के समर्थक ज्यादा तवज्जो नहीं दे रहे हैं. वहीं सूत्रों का दावा है कि सचिन पायलट के पास 19 विधायकों का समर्थन है और वह बीजेपी के संपर्क हैं.

सचिन पायलट से जुड़ी 5 बड़ी बातें

  1. सचिन पायलट का जन्म 7 सितंबर 1977 को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में हुआ था. उनके पिता राजेश पायलट कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केंद्र में मंत्री थे. साल 2004 में उन्होंने सारा अब्दुल्ला से शादी और उनके दो बेटे हैं.

  2. सचिन पायलट दिल्ली के सेंट स्टीफेंस से ग्रेजुएशन किया है उन्होंने गाजियाबाद की आईएमटी और अमेरिका से एमबीए की डिग्री ली है.

  3. सचिन पायलट ने बीबीसी के दिल्ली ऑफिस से भी कुछ दिन जुड़े रहे और फिर जनरल मोटर्स में भी नौकरी की.

  4. साल 2004 में वह 14वीं लोकसभा के लिए चुन गए. 26 साल की उम्र में वह सबसे युवा सांसद चुने गए. साल 2009 में भी वह लोकसभा के लिए चुने गए. 

  5. साल 2004 में गृहमंत्रालय की संसदीय समिति के सदस्य बने. साल 2006 में उड्डयन मंत्रालय की सलाहकार समिति की सदस्य बने. साल 2009 में सचिन पायलट को केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया गया. इसके बाद उनको साल 2012 में कारपोरेट मंत्रालय में केंद्रीय राज्य मंत्री बने. अभी वह राजस्थान सरकार में उप मुख्यमंत्री हैं.