परतों में लिपटा 'मुखर्जी' परिवार का रहस्य, धीरे-धीरे टेलीविज़न पर हो रहा है बेपर्दा

परतों में लिपटा 'मुखर्जी' परिवार का रहस्य, धीरे-धीरे टेलीविज़न पर हो रहा है बेपर्दा

नई दिल्ली:

अगर ये असल ज़िंदगी से जुड़ी टैजेडी नहीं होती तो एक बहुत घटिया सोप ओपेरा की कहानी जैसा लगती। एक कंकाल जिसके बारे में अपराध के सालों बाद पता चलता है। एक ड्राइवर जो ये कहता है कि उसकी मालिक ने उसे अपनी बेटी को मारने का आदेश दिया। सौतेले भाई-बहन, जिन्होंने एक-दूसरे के साथ डेटिंग शुरू कर दी, एक बेटी जिसे दुनिया के सामने बहन बनाकर पेश किया गया। एक पूर्व पति जो अपराध में पूर्व पत्नी का साथ देता है और मौजूदा पति जो ये कहता है कि, 'उसे सालों तक अंधेरे में रखा गया।'  

लेकिन मंगलवार रात को इंद्राणी मुखर्जी की गिरफ़्तारी के बाद से एक के बाद एक नई जानकारियां टीवी पर दिखाई जा रही हैं। इंद्राणी की गिरफ़्तारी मुंबई स्थित उनके और पीटर मुखर्जी के घर से हुई है, जो पहले स्टार टीवी के सीईओ हुआ करते थे। इंद्राणी मुखर्जी सालों पहले आईएनएक्स मीडिया की सीईओ के तौर पर काम कर चुकी हैं। वह और उनके पति ने साल 2007 में 9एक्स समेत दो अन्य टीवी चैनल के मालिक रह चुके हैं।  

पुलिस का पेंच
पुलिस के अनुसार, इंद्राणी अपने ड्राइवर के कारण पुलिस के पेच में फंस गई, जिसे पिछले हफ्ते एक दूसरे मामले में गिरफ्तार किया गया था। इंद्राणी के ड्राइवर श्याम राय ने पुलिस को बताया कि मुंबई के बाहरी इलाके रायगढ़ में पाया गया एक शव शीना बोरा का था। श्याम के अनुसार, उसने इंद्राणी के कहने पर शीना बोरा की हत्या कर दी थी। इंद्राणी को गिरफ़्तार किए जाने के बाद मुंबई पुलिस चीफ़ राकेश मारिया ने उनसे पूछताछ की, जहां उन्होंने मान लिया कि शीना बोरा असल में पहले रिश्ते से हुई उनकी बेटी थी।    

शीना बोरा को साल 2012 में अंतिम बार ज़िंदा देखा गया था। हालांकि इस बारे में परस्पर विरोधी बातें सामने आ रही हैं कि, आख़िर क्यों उसके गायब होने पर किसी ने ज़्यादा ध्यान नहीं दिया।

एनडीटीवी से बात करते हुए पीटर मुखर्जी ने कहा, 'हालांकि उन्होंने सुना था कि शीना बोरा उनकी पत्नी की बेटी है, उन्होंने इन अफ़वाहों पर ध्यान नहीं दिया था। लेकिन पिछली रात से उन्हें कुछ विश्वसनीय सूत्रों ने जो बातें बतायी हैं उससे लगता है कि उन्हें 'सालों अंधेरे में रखा गया है।'   

पीटर मुखर्जी के लिये शीना को भूल जाने की अपनी वजहें थीं, गुवाहाटी से मुंबई आने के बाद शीना बोरा और पीटर मुखर्जी की पहली पत्नी से हुए बेटे राहुल बोरा के बीच प्रेम संबंध शुरू हो गया था जिसे न इंद्राणी पसंद करती थी न ही पीटर। लेकिन पीटर का कहना है कि, 'दोनों परिपक्व और बालिग थे।' जब इंद्राणी ने घर में बताया कि शीना अपनी आगे की पढ़ाई के लिए लॉस एंजेलिस जा रही थी तब उन्होंने अपने बेटे से कहा था कि ये दोनों के लिए आगे बढ़ने का समय है।
   
पूर्व पति गिरफ़्तार

इस मामले में मुंबई पुलिस बुधवार को पीटर मुखर्जी से मुंबई में पूछताछ की, तो दूसरी तरफ इंद्राणी दूसरे पति संजीव खन्ना को हत्या के आरोप में कोलकाता से गिरफ़्तार कर लिया गया था। गुवाहाटी में इंद्राणी और उनके पहले पति सिद्धार्थ दास के बेटे मिखाइल बोरा ने एनडीटीवी से बताया कि उनका और शीना का पालन पोषण उनके नाना-नानी ने किया है और ये कि इंद्राणी कभी भी उनकी मां नहीं कहलवाना चाहती थीं।

मिखाइल के मुताबिक, उन्हें राहुल मुखर्जी और शीना के संबंधों की जानकारी थी, जिसके कारण परिवार में सनसनी फैल गई थी, 'पीटर मुखर्जी ने इस बारे में एक बार मुझसे बात की थी और मैंने उनसे कहा था कि ये पारिवारिक मामला है।' मिखाइल ने एनडीटीवी से कहा, 'वो एक लड़की है और उसका किसी के साथ भी अफेयर हो सकता है, उसे रोकने वाला मैं कौन होता हूं।' बोरा ने आगे कहा, 'मैं जानता हूं कि मेरी मां दोषी है, लेकिन मैं 31 अगस्त तक इस अपराध के पीछे उनकी असल मकसद का खुलासा करूंगा।' बोरा ने इस डेडलाइन के पीछे का तर्क नहीं बताया।

सुर्खियों में छायी रही घटना
पुलिस सूत्रों के अनुसार, 'शीना बोरा को अंतिम बार इंद्राणी, उनके दूसरे पति और ड्राइवर श्याम के साथ कार में देखा गया था। अब तक की जांच से ये पता चलता है कि शीना की पहले गला घोंटकर हत्या की गई फिर उनके शव पर पेट्रोल डालकर जला दिया गया। पुलिस का दावा है कि उन्हें घटना के एक महीने बाद शीना का शव मिला था जिसे उसने हटा दिया लेकिन पुलिस भी ये समझा पाने में असमर्थ है कि उन्हें आख़िर ऐसा क्यों लगता है कि वो जला हुआ शव शीना का ही था। पुलिस के अनुसार इस हत्याकांड में इंद्राणी का हाथ होने का सबूत उन्हें चार महीने पहले मिला था और वे इस पर पक्के सबूत जुटाने तक काम कर रहे थे।  

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और ये इस रोमांचक कहानी में लगाया जाने वाली अंतिम समझदारी होगी जो धीरे-धीरे सनसनीखेज़ होता जा रहा है। अगर इंद्राणी मुखर्जी ने अपने परिवार के रहस्यों को सालों-सालों साल परतों में छुपा कर रखा तो आज वे एक-एक कर टीवी पर पूरी दुनिया के सामने बेपर्दा हो रहे हैं। हर कोई इस घटना की निंदा कर रहा है और आगे भी करेगा। मीडिया बहुत उत्साह के साथ इस गंदगी को कुरेद रहा है ताकि वो एक वह एक प्रसिद्ध परिवार की जटिलताओं को दुनिया के सामने ला सके, जो टैबलॉयड की सुर्खियां बन सके। ये कहानी अभी कुछ और दिन तक प्राइम टाइम पर राज करती रहेगी और भारतीय मानस इसे नज़रअंदाज़ करने के मूड में नहीं है।