खास बातें
- गगनेजा को तत्काल एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है
- लोकतंत्र में ऐसे नापाक ‘प्रयास’ बिल्कुल स्वीकार्य नहीं हैं : अमरिंदर सिंह
- जालंधर शहर के व्यस्ततम ज्योति चौक के पास की है वारदात
जालंधर: जालंधर के व्यस्ततम ज्योति चौक इलाके में शनिवार रात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पंजाब प्रांत के सह सरसंघचालक की कुछ अज्ञात मोटरसाइकिल सवार लोगों ने गोली मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया. उन्हें तत्काल एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनकी हालत नाजुक बतायी जा रही है.
जालंधर के पुलिस आयुक्त अर्पित शुक्ला ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पंजाब प्रांत के सह सरसंघचालक अवकाश प्राप्त बिग्रेडियर जगदीश गगनेजा को कुछ अज्ञात मोटरसाइकिल सवार लोगों ने शहर के व्यस्ततम ज्योति चौक के निकट गोली मार दी. इस हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गए. आयुक्त ने बताया कि गगनेजा को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
उनकी हालत के बारे में पूछे जाने पर अधिकारी ने कहा कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. दूसरी ओर पुलिस सूत्रों ने बताया कि शहर के ज्योति चौक इलाके में मखदूमपुरा मोहल्ले के निकट मोटरसाइकिल सवार ने गोली मारी है. इस पर कितने लोग सवार थे अथवा गगनेजा को कितनी गोली लगी है, इस बारे में अभी पुष्टि नहीं हो सकी है.
हालांकि, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और स्थानीय विधायक मनोरंजन कालिया ने बताया कि गगनेजा के पेट में तीन गोली लगी है और चिकित्सकों का कहना है कि उनकी हालत अभी नाजुक है. पुलिस सूत्रों के अनुसार रात नौ बजे कुछ पहले संघ नेता पर हुए हमले में शामिल लोगों की धर पकड़ के लिए प्रयास जारी हैं.
संघ नेता पर हुए हमले की निंदा की कैप्टन ने
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नेता पर जालंधर में हुए हमले की पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आलोचना की और कहा कि लोकतंत्र में ऐसे नापाक ‘प्रयास’ बिल्कुल स्वीकार्य नहीं हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बयान जारी कर चेताया कि ऐसी घटना पंजाब के लिए किसी भी तरह से ठीक नहीं है और ऐसी वारदात पर अगर रोक नहीं लगी तो यह सूबे को अराजकता के दौर में ले जाएगी. इस हमले की निंदा करते हुए कैप्टन ने कहा कि ऐसी कायरतापूर्ण कार्रवाई समाज में स्वीकार्य नहीं है और उन्होंने संघ नेता के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए कामना की. पंजाब के इस पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की विचारधारा से लोग सहमत नहीं हो सकते और उन्हें मान्यता नहीं दे सकते हैं लेकिन प्रजातंत्र मे सबको अपनी बात रखने का पूरा अधिकार है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)