जम्मू कश्मीर के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की फाइल फोटो
खास बातें
- गिलानी, उमर फारूक और यासीन मलिक ने ई-मेल के जरिये जारी किया संयुक्त बयान
- आतंकी बुरहान की मौत के बाद से घाटी में तनाव और विरोध प्रदर्शन जारी है
- घाटी में जारी झड़पों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 42 हो गई है
श्रीनगर: कश्मीर घाटी में प्रदर्शनों की अगुवाई कर रहे अलगाववादी संगठनों ने सत्तारूढ़ पीडीपी के विधायकों से 'सच्चाई के समर्थन में' मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का साथ छोड़ देने और 'अपने लोगों के पास लौट आने' का आह्वान किया।
सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक और मोहम्मद यासीन मलिक ने ई-मेल के माध्यम से जारी एक संयुक्त बयान में कहा, 'जिस तरह 2010 में उमर अब्दुल्ला विफल रहे, उसी तरह महबूबा भी विफल हुई हैं,ऐसे में उनके विधायकों को उनका साथ छोड़ देना चाहिए और अपने लोगों के पास लौट जाना चाहिए।'
अलगाववादी नेताओं ने विधायकों से 'लोगों के दमनकर्ताओं और हत्यारों के निष्ठावान प्रतिनिधि बने रहना' छोड़ देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मुख्यधारा के अन्य दलों के विधायकों को भी ऐसा ही करना चाहिए।
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