जम्मू: जम्मू एवं कश्मीर उच्च न्यायालय द्वारा लोक सुरक्षा अधिनियम (पीएस) के तहत अलगाववादी नेता मसर्रत आलम की हिरासत को खारिज किए जाने के बाद उसकी रिहाई के तुरंत बाद मंगलवार शाम को कोट भलवल जेल के बाहर उसे दोबारा गिरफ्तार कर लिया गया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा, "मसर्रत आलम को कोट भलवल जेल के बाहर बीती शाम गिरफ्तार कर लिया गया।"
न्यायमूर्ति एमएच अत्तर की अध्यक्षता वाली जम्मू एवं कश्मीर उच्च न्यायालय की एकल पीठ ने पीएसए के तहत उसकी हिरासत को खारिज कर दिया था, जिसके बाद उसे रिहा कर दिया गया था। कट्टरपंथी अलगावादी धड़े के नेता सैयद अली शाह गिलानी की अगवानी के लिए एक अलगाववादी रैली के आयोजन के बाद आलम को पीएसए के तहत 17 अप्रैल को श्रीनगर में गिरफ्तार कर लिया गया था।
रैली में पाकिस्तान के झंडे लहराए गए थे, जिसके बाद मुफ्ती मुहम्मद सईद की सरकार की तीखी आलोचना हुई थी। इस घटना के कुछ ही दिनों पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन कर सईद ने सरकार का गठन किया था। यह दूसरी बार है, जब उच्च न्यायालय द्वारा मसर्रत की हिरासत खारिज होने के बाद उसे दोबारा गिरफ्तार किया गया है।
अगस्त महीने में न्यायाधीश हसनैन मसूदी ने पीएसए के तहत आलम की हिरासत को खारिज कर दिया था, लेकिन अधिकारियों ने न्यायालय के आदेश के अनुपालन के तुरंत बाद उसे गिरफ्तार कर लिया था।