महाराष्ट्र के धुले की केमिकल फैक्ट्री में धमाका, 14 लोगों की मौत, 66 घायल

पुलिस अभी आधिकारिक रूप से मौत के आंकड़ों की पुष्टि नही कर रही है. घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.

नई दिल्ली:

महाराष्ट्र के धुले की केमिकल फ़ैक्टरी में शनिवार को धमाका हो गया. ये धमाका इतना जबरदस्त था कि कई किलोमीटर दूर इसकी आवाज़ सुनाई दी. इस हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई है जबकि 66 लोग घायल बताए जा रहे हैं, जिनमें 10 की हालत गंभीर है. महाराष्ट्र सरकार ने मृतकों के परिवार को 5 लाख मुआवज़ा देने का एलान किया है. सिलिंडर विस्‍फोट से कंपनी को भी काफी नुकसान पहुंचा है. आग पर क़ाबू पा लिया गया है. घटनास्‍थल पर राहत और बचावकर्मी मौजूद हैं. घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. वहीं, स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि धमाका इतना बड़ा था कि इसकी आवाज कई किलोमीटर दूर तक सूनी गई. साथ ही कई किलोमीटर दूर से ही धमाके के बाद उठ रहे काले धूएं को देखा जा सकता है. पुलिस फिलहाल धमाका क्यों हुआ इसकी जांच कर रही है. दमकल की कई गाड़ियां आग पर काबू पा लिया है. 

गौरतलब है कि इस तरह का यह कोई पहला मामला नहीं है जब फैक्ट्री में हुए धमाके में किसी की जान गई हो. इससे पहले  उत्तर प्रदेश के भदोही के फैक्ट्री में विस्फोट हुआ था. इस पूरी घटना में 11 लोगों के मौत हो गई थी.जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती करा दिया था. जबकि मारे गए लोगों के शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया था. राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीम को भी लगाया गया था. पुलिस के मुताबिक चौरी क्षेत्र के रोटहां गांव निवासी इरफान मंसूरी पटाखा बनाने और बेचने का काम करता था. 

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इरफान ने अपने मकान में ही पटाखा बनाने की फैक्ट्री बना रखी थी. इसके अलावा भूतल पर पटाखे का दुकान भी था. शनिवार की सुबह तकरीबन 11 बजे मकान में जोरदार ब्लास्ट हो गया था. ब्लास्ट के चलते आसपास के दो मकानों में भी दरार था. विस्फोट इतना तगड़ा था कि घरों की दीवारें 100 मीटर दूर तक गिरे.मौके पर पहुंचे डीएम राजेंद्र प्रसाद के मुताबिक मलबे के अंदर कुछ और लोग दबे थे. घटना किस कारण से हुई, ये अब तक साफ नहीं हो पाया था. गौरतलब है कि ओड़िशा के बालेश्वर जिले में वर्ष 2017 दीपावली से एक दिन पहले पटाखों की एक अवैध फैक्ट्री में विस्फोट होने से कम से कम छह लोगों की मौत हो गई थी. धटना नौ अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे. लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका जताई जा रही थी. 

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बालेश्वर के जिलाधिकारी प्रमोद कुमार दास ने बताया था कि यहां से करीब 12 किलोमीटर दूर एक मकान में शाम करीब चार बजे एक जोरदार धमाका हुआ.मकान में पटाखे बनाए जा रहे थे. छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. उनके शव मिले हैं. दास ने कहा था कि बिना किसी कानूनी लाइसेंस के अनधिकृत रूप से पटाखे बनाए जा रहे थे. उन्होंने बताया कि 9 घायलों में से 7 को कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया था. अन्य दो का जिला मुख्यालय अस्पताल में इलाज चल रहा था. स्थानीय लोगों ने बताया था कि धमाका इतना जबर्दस्त था कि मकान के परखच्चे उड़ गए और भारी नुकसान हुआ. मारे गए लोगों के शव इतने क्षत-विक्षत थे कि उनकी पहचान नहीं हो पा रही थी. पुलिस के अनुसार जांच के बाद ही विस्फोट की सटीक वजह सामने आ पाएगी.