कंगना रनौत विवाद शिवसेना को पड़ा भारी? NCP प्रमुख शरद पवार ने सीएम उद्धव ठाकरे से की मुलाकात

शिवसेना की ओर से उठाए इस कदम को लेकर सहयोगी एनसीपी पार्टी के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने असहमति जताई है.

कंगना रनौत विवाद शिवसेना को पड़ा भारी?  NCP प्रमुख शरद पवार ने सीएम उद्धव ठाकरे से की मुलाकात

शरद पवार ने शिवसेना शासित बीएमसी की डिमॉलिशन मुहिम को लेकर अपनी राय रखी है (फाइल फोटो)

खास बातें

  • कंगना रनौत विवाद पर शरद पवार का बयान
  • कहा- बढ़ा-चढ़ाकर कवरेज दिया गया
  • 'ऐसे मुद्दों पर ध्यान नहीं देना चाहिए'
मुंबई :

बॉलीवुड एक्‍टर कंगना रनौत (Kangana Ranaut) को 'टारगेट कर' उठाए गए बीएमसी के 'डिमॉलिशन' के कदम ने महाराष्‍ट्र में सत्‍तारूढ़ गठबंधन में मतभेद बढ़ा दिए हैं. शिवसेना की ओर से उठाए इस कदम को लेकर सहयोगी एनसीपी पार्टी के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने असहमति जताई है. एनसीसी प्रमुख ने इस मसले पर बुधवार को सीएम  उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) से उनके सरकारी निवास ‘वर्षा' पर भेंट की. इससे पहले पवार ने कहा था कि बृहनमुंबई म्‍युनिसिपल कार्पोरेशन यानी BMC ने इस मुद्दे पर 'ओवररिएक्‍ट' किया है. शिवसेना के साथ कंगना रनौत  के विवाद पर महाराष्ट्र सरकार में सहयोगी पार्टी नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने बुधवार को कंगना का नाम लिए बिना कहा था कि बीएमसी ने अपने डिमॉलिशन ड्राइव से मुद्दे को 'गैरजरूरी पब्लिसिटी' दे दी है.

उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI से कहा था, 'मुझे मीडिया कवरेज पर आपत्ति है. मीडिया ने इन सारी चीजों को बढ़ा-चढ़ा दिया है. हमें ऐसी चीजों को नज़रअंदाज करना चाहिए.' बुजुर्ग राजनेता पवार ने कहा हालांकि बीएससी ने नियमों के मुता‍बिक ही काम किया लेकिन डिमॉलिशन ड्राइव के टाइमिंग के कारण लोगों तक गलत संदेश पहुंचा.एनसीपी के प्रमुख ने कहा कि 'मुंबई में अवैध निर्माण करना कोई नई चीज नहीं है. लेकिन इसपर चल रहे विवाद के बीच में ही एक्शन लेने से सवाल पैदा हो रहे हैं. लेकिन बीएमसी के पास अपने कारण हैं, अपने नियम हैं और उन्होंने उसके हिसाब से कार्रवाई की है.' पवार ने कहा कि 'लोग उनकी टिप्पणियों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं.' 

पवार ने कहा, 'हम ऐसे बयान देने वालों को अनुचित महत्व दे रहे हैं. हमें देखना होगा कि लोगों पर इस तरह के बयानों का क्या प्रभाव पड़ता है.' उन्होंने कहा, ‘मेरी राय में, लोग (ऐसे बयानों को) गंभीरता से नहीं लेते हैं.' पवार ने कहा कि महाराष्ट्र और मुंबई के लोगों को राज्य और नगर की पुलिस के काम के संबंध में 'वर्षों का अनुभव' है. उन्होंने कहा, 'वे (लोग) पुलिस के काम को जानते हैं. इसलिए हमें इस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है कि कोई क्या कहता है.'

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि इस सप्ताह के शुरू में मिली धमकी को वह गंभीरता से नहीं लेते हैं. हाल ही में मिली धमकी के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा, 'मुझे अभी-अभी धमकी भरे कॉल का रिकॉर्ड दिया गया है और कॉल कहां से किए गए थे. पहले भी मुझे कॉल आए हैं. हम इसे गंभीरता से नहीं लेते हैं.'बता दें कि कंगना हाल ही में उस समय विवादों में घिर गईं, जब उन्होंने मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से की और कहा कि उन्हें मुंबई पुलिस से ज्यादा डर लगता है.

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