शीला दीक्षित का निगम बोध घाट में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ (फाइल फोटो)
खास बातें
- 81 साल की उम्र में शीला दीक्षित का निधन
- तीन बार रहीं दिल्ली की मुख्यमंत्री
- आज होगा अंतिम संस्कार
नई दिल्ली: दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का 81 साल की उम्र में निधन हो गया है. वह काफी समय से बीमार थीं और अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. उनके न रहने की अचानक आई खबर पर किसी को विश्वास नहीं हो रहा है क्योंकि राजनीति लेकर उनके बयान लगातार आते रहे हैं और कभी किसी को लगा ही नहीं कि वह इतनी ज्यादा बीमार हैं. 81 साल की उम्र में भी वह सक्रिय थीं और कांग्रेस और दिल्ली को लेकर उनके मन में चिंता थी. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद जब राहुल गांधी ने निराश होकर खुद को घर में कैद कर लिया था तो शीला दीक्षित ने उनसे मिलने गई थीं लेकिन राहुल उस समय पार्टी के किसी भी नेता से नहीं मिलना चाहते थे. तब शीला दीक्षित ने उनके पास अपना संदेश भिजवाया. उन्होंने कहा, मैंने उन्हें अपना संदेश दिया है कि उनको अध्यक्ष पद से इस्तीफा नहीं देना चाहिए. हम चाहते हैं कि वह इस पद पर बने रहें नहीं तो यह हमारे लिए कष्टकारी होगा. इससे पहले शीला दीक्षित ने यह भी कहा कि पार्टी को राहुल गांधी का इस्तीफा स्वीकार नहीं करना चाहिए. हार-जीत तो पार्टी का हिस्सा होती है लेकिन अहम यह है लड़ाई जारी रखो. हम हारे हैं और इसकी समीक्षा कर रहे हैं. हमें गलतियों का तोड़ निकालेंगे. हम इंदिरा गांधी के समय भी हारे थे.