खास बातें
- विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने कहा कि कर्नाटक का मुख्यमंत्री रहते हुए उनके कार्यकाल में खनन का कोई लाइसेंस जारी नहीं किया गया।
नई दिल्ली: खनन घोटाले में एक लोकायुक्त अदालत द्वारा अपने खिलाफ जांच का आदेश जारी होने के एक ही दिन बाद विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने कहा कि कर्नाटक का मुख्यमंत्री रहते हुए उनके कार्यकाल में खनन का कोई लाइसेंस जारी नहीं किया गया और उन्होंने भरोसा जताया कि न्यायपालिका उन्हें निर्दोष ठहराएगी। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के पूर्व लोकायुक्त संतोष हेगड़े ने 1999 से लेकर 2010 तक खनन के मामले में व्यापक और विस्तृत जांच कराई है जिसमें बतौर मुख्यमंत्री उनका कार्यकाल भी आता है और लोकायुक्त की रिपोर्ट में उन्हें कहीं भी जिम्मेदार नहीं ठहराया गया है। कृष्णा ने कहा, न्यायमूर्ति संतोष हेगड़े ने इसकी पुष्टि करने के बाद ही रिकॉर्ड सार्वजनिक किया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वन्य भूमि को गैर अधिसूचित नहीं किया गया जैसा कि गलत खबरें दी जा रहीं हैं। वर्ष 1999 से 2004 तक मुख्यमंत्री रहे कृष्णा ने कहा, मैं कहना चाहता हूं कि मैंने कभी खनन और भूगर्भ मंत्रालय का काम नहीं देखा। मुझे अच्छी तरह पता है कि मेरे कार्यकाल में कोई खनन लाइसेंस नहीं जारी किया गया। उन्होंने यह भी स्पष्ट रूप से कहा है कि वह किसी खनन घोटाले में शामिल नहीं है जिसके बाद भी उनके खिलाफ एक मजिस्ट्रेट के समक्ष शिकायत दर्ज की गई है और मजिस्ट्रेट ने लोकायुक्त पुलिस को जांच करने को कहा है।