विमान दुर्घटनाओं में मारे गए सैनिकों को 'शहीद' का दर्जा दिया जाए, संसद में उठी मांग

विमान दुर्घटनाओं में मारे गए सैनिकों को 'शहीद' का दर्जा दिया जाए, संसद में उठी मांग

खास बातें

  • आतंकी हमलों में शहीद सैनिकों के परिजनों को सरकारी नौकरी देने की मांग भी.
  • भाजपा के रवींद्र कुमार पांडेय ने केंद्र सरकार से यह मांग की.
  • रक्तदान पर पुस्तकों में एक अध्याय शामिल करना चाहिए : लक्ष्मीनारायण यादव
नई दिल्‍ली:

लोकसभा में शून्यकाल के दौरान देश में आतंकी हमलों में शहीद सैनिकों के परिजनों को सरकारी नौकरी देने एवं विमान दुर्घटनाओं में मारे गए सैनिकों को 'शहीद' का दर्जा दिए जाने की मांग उठी.

भाजपा के रवींद्र कुमार पांडेय ने केंद्र सरकार से मांग की कि आतंकी हमलों में शहीद होने वाले जवानों के परिजनों को सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए.

इसी पार्टी के धरमबीर सिंह ने विमान दुर्घटनाओं में मारे जाने वाले सैनिकों को भी शहीद का दर्जा दिये जाने की मांग की.

भाजपा के लक्ष्मीनारायण यादव ने कहा कि रक्तदान को लेकर तमाम तरह की भ्रांतियां हैं, जिन्हें दूर करने के लिए सरकार को 10वीं, 11वीं कक्षा की पुस्तकों में रक्तदान पर एक अध्याय शामिल करना चाहिए ताकि इस पवित्र कार्य को प्रोत्साहित किया जा सके.

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भाजपा के जगदंबिका पाल ने देश में करीब 26 लाख आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की समस्याओं को उठाते हुए कहा कि इनके मानदेय में बढ़ोतरी की जानी चाहिए और उन्हें सरकारी कर्मचारियों का दर्जा दिया जाना चाहिए.

भाजपा सांसद ओम बिड़ला ने अपने संसदीय क्षेत्र कोटा में लहसुन की अधिक पैदावार की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि उत्पादन अधिक होने से लहसुन का दाम कम होने की आशंका है ऐसे में सरकार को इसका निर्यात अन्य देशों को करने पर ध्यान देना चाहिए.

वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के वाई वी सुब्बारेड्डी और रेणुका बूटा ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग उठाई.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)


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