सियाचिन में 19 हजार फीट की ऊंचाई पर बर्फिले तूफान का कहर, 4 जवान शहीद- 2 पोर्टरों की भी मौत

दुनिया के सबसे ऊंचे रणक्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर के पास 19 हजार फीट की ऊंचाई पर आए बर्फिले तूफान में चार जवान शहीद हो गए और 2 पोर्टरों की भी मौत हो गई.

सियाचिन में 19 हजार फीट की ऊंचाई पर बर्फिले तूफान का कहर, 4 जवान शहीद- 2 पोर्टरों की भी मौत

प्रतीकात्मक फोटो.

खास बातें

  • सियाचिन में बर्फिले तूफान का कहर
  • हिमस्खलन में 4 जवान हुए शहीद
  • 19 हजार फीट की ऊंचाई पर हुआ हादसा
नई दिल्ली:

दुनिया के सबसे ऊंचे रणक्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर के पास 19 हजार फीट की ऊंचाई पर आए बर्फिले तूफान में चार जवान शहीद हो गए और 2 पोर्टरों की भी मौत हो गई. सियाचिन के उत्तरी ग्लेशियर के पास दोपहर करीब तीन बजे 19,000 फीट की ऊंचाई पर यह हादसा हुआ. बर्फिले तूफान की चपेट आए जवान 8 सदस्यीय पट्रोलिंग पार्टी का हिस्सा थे. रक्षा अधिकारियों ने बताया कि हाइपोथर्मिया के कारण इन जवानों और पोर्टरों की मौत हुई.

सेना ने बर्फीली चट्टानों के बीच फंसे जवानों को वापस लाने के लिए बड़े पैमाने पर बचाव व तलाशी अभियान चलाया. इसके बाद सभी सैनिकों को मलबे से बाहर निकाला गया, जिसमें सात गंभीर रूप से घायल थे. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक सेना की राहत और बचाव टीम ने हेलीकॉप्टर के जरिये बाहर निकाला और उन्हें मिलिट्री अस्पताल ले जाया गया.

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एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने न्यूज एजेंसी IANS से कहा, 'ये जवान गश्त पर थे. अचानक हिमस्खलन होने के कारण ये समुद्र तल से 18,000 और 19,000 फीट ऊंचाई पर बर्फीली चट्टानों के बीच फंस गए थे.' बता दें कि सियाचिन दुनिया का सबसे ऊंचा रणक्षेत्र है. पिछले महीने लद्दाख दौरे के दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ग्लेशियर को पर्यटकों के लिए फिर से खोले जाने की घोषणा की थी.

(इनपुट: IANS से भी)