मंगलवार को देर रात सोनिया गांधी ई अहमद का हालचाल जानने के लिए राममनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचीं.
खास बातें
- संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान दिल का दौरा पड़ा
- ई अहमद के परिजनों को भी अस्पताल प्रशासन ने नहीं मिलने दिया
- ई अहमद पिछली संप्रग सरकार में विदेश राज्य मंत्री थे
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी मंगलवार को देर रात में दिल्ली के राममनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचीं. उनके इस दौरे का मकसद सांसद और पूर्व मंत्री ई अहमद का हाल जानना था. ई अहमद को दोपहर में संसद के सेंट्रल हाल में राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान दिल का दौरा पड़ा था.
सोनिया गांधी के साथ कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, अहमद पटेल और गुलाम नबी आजाद भी थे. अस्पताल प्रशासन ने इन सभी नेताओं को ई अहमद को देखने की इजाजत नहीं दी. ई अहमद के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाया है कि उन्हें अहमद से न तो मिलने दिया जा रहा है न ही उनके पास जाने दिया जा रहा है. उनका कहना है कि अहमद की वास्तविक स्थिति की जानकारी भी उन्हें नहीं दी जा रही है.
संसद में बजट एक फरवरी को पेश होना है. शंका यह भी जताई जा रही है कि बजट टालना न पड़े, इस उद्देश्य से कुछ छिपाया तो नहीं जा रहा.
मंगलवार को संसद का बजट सत्र शुरू होते ही पूर्व केंद्रीय मंत्री ई अहमद बेहोश हो गए थे. उन्हें दिल का दौरा पड़ा. ई अहमद मंगलवार को संसद में दोनों सदनों के संयुक्त सत्र में भाग लेने गए थे. इस सत्र को राष्ट्रपति ने संबोधित किया. इसी दौरान वे अस्वस्थ हो गए. सूत्रों के मुताबिक इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के अध्यक्ष 78 वर्षीय अहमद ने बेचैनी और सांस लेने में दिक्कत होने की शिकायत की थी.
संसद कर्मियों ने उन्हें प्राथमिक चिकित्सा देने का प्रयास किया, लेकिन जब उनकी परेशानी जारी रही तो उन्हें राममनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचाया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली.
केरल की मलप्पुरम लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले अहमद पिछली संप्रग सरकार में विदेश राज्य मंत्री रह चुके हैं.