यह ख़बर 20 नवंबर, 2013 को प्रकाशित हुई थी

महिला जासूसी मामला : राष्ट्रीय महिला आयोग नहीं करेगा जांच

नई दिल्ली:

भाजपा के पीएम पद के प्रत्याशी और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके करीबी अमित शाह पर एक महिला की जासूसी के आरोपों की जांच राष्ट्रीय महिला आयोग नहीं कराएगा।

राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख ममता शर्मा ने कहा है कि जब महिला के पिता ने पत्र लिखकर यह आग्रह किया है कि वह और बेटी दोनों ही नहीं चाहते हैं कि इस मामले की जांच की जाए तब यह नहीं किया जाएगा।

वहीं, कांग्रेसी नेता और केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा है कि इस मामले की जांच होने चाहिए, भले ही पिता इसके लिए तैयार क्यों न हों।

इस मामले में भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने कहा कि जब लड़की के पिता ने ही ऐसी बात कह दी है तब जांच की कोई बात ही पैदा नहीं होती। पार्टी ने यह भी कहा कि लड़की को सरक्षा दी गई थी।

आयोग की सदस्य निर्मला सामंत प्रभावलकर ने पीटीआई से कहा कि महिला के पिता द्वारा कथित रूप से लिखे गए पत्र में काफी अस्पष्टता है। इसमें कोई ईमेल पता, टेलीफोन या मोबाइल नंबर नहीं है। हमने पत्र में दिये डाक पते पर एक पत्र लिखकर महिला के पिता को यह स्पष्ट करने को कहा है कि यह पत्र उन्होंने ही लिखा है या नहीं।

उन्होंने कहा कि आयोग ने महिला के पिता के जवाब के लिए सात दिन का समय दिया है।

उन्होंने कहा कि पत्र से कई तथ्य गायब हैं। हमने महिला के पिता से हमें इस मामले के संबंध में और जानकारियां देने के लिए कहा है। मामला गंभीर है, इसलिए पत्र को एक गुमनाम व्यक्ति द्वारा आयेाग के एक सुरक्षाकर्मी को कल रात दिया गया जिसने आज हमें सौंपा।

उन्होंने कहा कि मामला गंभीर है और आयोग जांच आगे बढ़ाना चाहता है।

आयोग की सदस्य ने कहा कि आयोग ने पिता के पत्र में लिखे कच्छ के पते पर पत्र भेजा है।

इससे पहले मंगलवार की शाम 2009 में जिस महिला की गुजरात सरकार ने निगरानी करवाई थी, उसके पिता ने राष्ट्रीय महिला आयोग को खत लिखा था। इस खत में उन्होंने कहा है कि उन्होंने इस बारे में गुजरात सरकार से जो अनुरोध किया था, उसकी जानकारी उनकी बेटी को भी थी।

उन्होंने गुजरात राज्य महिला आयोग को भी खत लिखा था। उनका कहना था कि लड़की इस मामले में कोई जांच नहीं चाहती है। पिता चाहते हैं कि इस मामले को इस तरह सार्वजनिक तौर पर ना उछाला जाए।

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लड़की के पिता ने कहा है कि चूंकि मामला निजी था इसलिए उन्होंने मुख्यमंत्री से मौखिक दरख्वास्त की थी। उनका कहना है कि गुजरात के मुख्यमंत्री के साथ उनके पुराने रिश्ते हैं।

 

(इनपुट भाषा और एनडीटीवी इंडिया से भी)