यह ख़बर 20 फ़रवरी, 2012 को प्रकाशित हुई थी

जूनागढ़ भगदड़ की उच्चस्तरीय जांच के आदेश

खास बातें

  • गुजरात सरकार ने जूनागढ़ में वार्षिक महाशिवरात्रि मेले में रविवार रात भावनाथ मंदिर में मची भगदड़ की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं जिसमें छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 40 से अधिक घायल हो गए।
राजकोट:

गुजरात सरकार ने जूनागढ़ में वार्षिक महाशिवरात्रि मेले में रविवार रात भावनाथ मंदिर में मची भगदड़ की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं जिसमें छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 40 से अधिक घायल हो गए।

जूनागढ़ जिलाधिकारी कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया,  ‘‘अतिरिक्त मुख्य सचिव वरुण मारिया के नेतृत्व में हादसे की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति गठित की गई है।’’ राज्य सरकार और जूनागढ़ नगर निगम ने मृतकों के परिजनों को एक-एक लाख रुपये और घायलों को 25-25 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। इसके अतिरिक्त पुलिस ने सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए हैं, ताकि आज शिवरात्रि का पर्व शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके।

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पुलिस महानिरीक्षक (राजकोट) प्रवीण सिन्हा को घटनास्थल पर राहत अभियान पर नजर रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। हादसे के मद्देनजर मेले के मुख्य आयोजक अखिल भारतीय साधु समाज ने अपना प्रसिद्ध जुलूस रद्द करने का फैसला किया है और कहा है कि इसकी जगह केवल प्रतीकात्मक जुलूस निकाला जाएगा । रविवार रात महाशिवरात्रि मेले के दौरान संकरे पंजनका पुल पर मची भगदड़ में तीन महिलाओं और दो बच्चों सहित छह लोगों की मौत हो गई। यह पुल यहां से 150 किलोमीटर दूर प्रसिद्ध शिव मंदिर का एकमात्र प्रवेश मार्ग है। पुलिस ने बताया कि संभवत: एक वाहन के ब्रेक फेल हो जाने से पैदा हुई अफरातफरी के चलते भगदड़ मची। अधिकारियों ने बताया कि आज संपन्न होने वाला यह मेला मंदिर में हर वर्ष आयोजित किया जाता है और इस बार इसमें करीब 10 लाख लोगों के पहुंचने की उम्मीद है।