कर्नाटक में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए उठाए गए सख्त कदमों से मामले घटे

Karnataka Coronavirus: कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर का अंदेशा, कर्नाटक में एक दिसंबर से नए नियम लागू किए जा रहे

कर्नाटक में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए उठाए गए सख्त कदमों से मामले घटे

प्रतीकात्मक फोटो.

बेंगलुरु:

Karnataka Coronavirus Update:  कर्नाटक में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए जो सख्त कदम उठाए गए उसके नतीजे सामने आने लगे हैं. बीते पंद्रह दिन में नए मामले रोजाना 2000 से कम आ रहे हैं, जबकि पहले 10 हजार से ऊपर आ रहे थे. लेकिन संक्रमण की दूसरी लहर का अंदेशा देखते हुए सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की है. बेंगलुरु के सबसे व्यस्त-सिटी मार्केट में अलग-अलग उम्र के लोगों के रैंडम टेस्ट जारी हैं. शहर के अलग- अलग बाज़ारों में कैम्प टेस्टिंग चल रही है. सिर्फ यहीं नहीं, राज्य में हर जगह मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है. इन कोशिशों की वजह से अब कर्नाटक में रिकवरी रेट 90 फीसदी के आसपास पहुंच गया है.

लोग अब कह रहे हैं कि मास्क जरूर पहनना चाहिए और साथ में सोशल डिस्टेंसिंग रखना भी जरूरी है, यह हमने समझा है. वे यह भी मामते हैं कि ठंडक के साथ-साथ पॉल्यूशन और आद्रता बढ़ने से मामले बढ़ सकते हैं इसलिए सावधानी जो बरती जा रही है वह जरूरी है.

हालांकि जानकार संक्रमण की दूसरी लहर का अंदेशा भी जता रहे हैं. ऐसे में एक दिसंबर से नए नियम लागू किए जा रहे हैं. अब शादी या समारोह बिना इजाज़त के नहीं होंगे. बंद जगहों पर 200 से ज़्यादा लोग जुट नहीं सकेंगे. स्थानीय प्रशासन चाहे तो रात का कर्फ्यू लगा सकता है. साथ ही धारा 144 लग सकती है  और संक्रमण के मामले अगर 10 फीसदी से ज़्यादा रफ्तार से बढ़े तो ऑफिस की टाइमिंग भी बदली जा सकती है.

कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री आश्वत नारायण का कहना है कि फिलहाल यहां मामले तेजी से कम हो रहे हैं. दूसरी लहर की संभावना जताई जा रही है जिसको लेकर हम तैयार हैं.

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वैसे मास्क अब सबके चेहरे पर हैं. सोशल डिस्टेंसिंग में बेशक कोताही दिखती है. मास्क न पहनने पर शहरों में 250 रुपये और दूसरी जगहों पर 100 रुपये का जुर्माना है.