खास बातें
- भाजपा के पुरोधा लालकृष्ण आडवाणी के करीबी सुधीन्द्र कुलकर्णी ने आडवाणी और नरेन्द्र मोदी के बीच खींचतान खत्म नहीं होने का स्पष्ट संकेत देते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री को ‘तानाशाह’ बताया है।
नई दिल्ली: भाजपा के पुरोधा लालकृष्ण आडवाणी के करीबी सुधीन्द्र कुलकर्णी ने आडवाणी और नरेन्द्र मोदी के बीच खींचतान खत्म नहीं होने का स्पष्ट संकेत देते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री को ‘तानाशाह’ बताया है।
आडवाणी के सलाहकारों में शामिल कुलकर्णी ने अपने लेख में भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह को ‘चालाक लोमड़ी’ बताया है। उन्होंने कहा कि राजनाथ में ‘ज्योतिष से पैदा हुआ यह भ्रम’ है कि वह प्रधानमंत्री बन सकते हैं।
कुलकर्णी ने कहा कि उनका पक्का विश्वास है कि 85 साल के होने के बावजूद आडवाणी में अभी भी पार्टी और देश के लिए योगदान करने की काफी क्षमता है।
आडवाणी के मोदी विरोध को सही बताते हुए उन्होंने दावा किया कि भाजपा से इस पुरोधा ने अपने इस्तीफे पत्र में पार्टी की जो आलोचनाएं की थीं उन पर वह अभी भी कायम हैं।
लेख में कहा गया, ‘एक तानाशाह (मोदी) की ताजपोशी की बात हो रही है और एक पूर्ण लोकतांत्रिक (आडवाणी) को हाशिए पर धकेल कर अपमानित किया जा रहा है...।’
कुलकर्णी ने कहा कि एक ‘आत्म केन्द्रित’ नेता जिसके मन में पार्टी संगठन और अपने राज्य में लंबे समय से रहे पार्टी सहयोगियों के प्रति किसी तरह की कोई परवाह नहीं है, अचानक भाजपा की राष्ट्रीय योजना में इतना शक्तिशाली बन गया। जबकि एक नि:स्वार्थ नेता जिसने कई दशकों की कड़ी मेहनत से एक-एक ईंट रखकर पार्टी का निर्माण किया उसे बेकार अवशेष मान कर एक तरफ किया जा रहा है।