बीजेपी सांसद श्यामा चरण गुप्ता बोले, चीनी से डायबिटीज होता है, तो क्या उसपर रोक है

नई दिल्ली:

बीजेपी सांसद दिनेश गांधी के बाद अब एक अन्य पार्टी सांसद ने तंबाकू के संबंध में अटपटा सा बयान दिया है। भाजपा सांसद श्याम चरण गुप्ता ने कहा है कि चेन स्मोकर्स को कैंसर क्यों नहीं होता। उधर, केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा ने कहा है कि यह सभी जानते हैं कि तंबाकू सेवन से कैंसर होता है। अलबत्ता उन्होंने गुप्ता के चीनी पर दिए बयान पर कुछ भी कहने से कन्नी काट ली।
 
गुप्ता ने कहा कि डॉक्टर इस बात की सफाई क्यों नहीं दे पा रहे हैं कि चेन स्मोकर्स को कैंसर नहीं होता। एनडीटीवी से बातचीत में गुप्ता ने धूम्रपान पर सरकार की ओर से लागू सख्ती के विरोध में अपने तर्क दिए। उन्होंने कहा कि चीनी नुकसानदायक होती है। उससे डायबिटीज होती है। उसे तो कोई नहीं रोकता। गुप्ता के मुताबिक तंबाकू उद्योग के साथ अन्याय हो रहा है।
 
उल्लेखनीय है कि इलाहाबाद से सांसद गुप्ता का खुद का बीड़ी का कारोबार है। गप्ता यह नहीं मानते कि उनकी कमेटी का तंबाकू उद्योग को राहत देना हितों का टकराव है। इस कमेटी ने केंद्र सरकार की तंबाकू उत्पादों पर चेतावनी को और ज्यादा खतरनाक बनाने की योजना पर रोक लगा दी है। गुप्ता ने कहा कि हाथ से बनाई गई बीड़ी सिगरेट से कम हानिकारक होती है।

उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया हमारा नारा है। बीड़ी उद्योग से एक करोड़ लोग जुड़े हैं। हम उन्हें प्रभावित नहीं कर सकते। स्वयं गुप्ता का कारोबार सैकड़ों करोड़ रुपये का है।

एनडीटीवी से बातचीत में गुप्ता ने कहा कि आखिर हम क्यों डब्ल्यूएचओ (WHO) के दबाव में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आखिर अब तक किसी भारतीय रिपोर्ट में ऐसा क्यों नहीं पाया गया कि तंबाके सेवन से कैंसर होता है। अब तक की सभी रिसर्च विदेश में ही हुई है। उन्होंने यह भी दावा किया कि बीड़ी और हाथ से बनाई सिगरेट अन्य सिगरेट की तुलना में कम हानिकारक है।

इतना ही नहीं भाजपा सांसद ने पीएम मोदी के मेक इन इंडिया कार्यक्रम के नाम का भी सहारा अपने तर्क के समर्थन में दे डाला। उन्होंने कहा कि बीड़ी कारोबार से एक करोड़ लोग जुड़े हुए हैं, उसे इस प्रकार कैसे प्रभावित किया जा सकता है।

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उल्लेखनीय है कि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश में करीब 9,00,000 लोग तंबाकू सेवन की वजह से हर साल मरते हैं। इस प्रकार के आंकड़े लगातार आते रहे तो 2020 तक भारत में तंबाकू से हर साल मरने वालों की संख्या 15 लाख तक पहुंच जाएगी।