राफेल डील पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सबसे ज्यादा आक्रामक रहे हैं.
नई दिल्ली : राफेल डील पर पीएम मोदी पर सीधा आरोप लगाने वाले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए सुप्रीम कोर्ट का फैसला किसी झटके से कम नहीं है. साल 2018 में राफेल में इस डील को लेकर राहुल गांधी ने लगभग हर दिन आरोप लगाए हैं. उनका साफ आरोप था कि मोदी सरकार ने फ्रांस से महंगे विमान खरीदे हैं इसके साथ ही ऑफेसट पार्टनर चुनने में भी रिलायंस को फायदा पहुंचाने के लिए हिंदुस्तान एयरोनेटिक्स को सौदे से बाहर कर दिया गया. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि सरकार ने राफेल असली कीमत नहीं बता रही है जिसकी वजह है कि उसने महंगे जहाज खरीदे हैं और जिससे देश के खजाने को चूना लगा है. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने फ्रांस से 36 राफेल विमानों की खरीद के मामले में शुक्रवार को नरेंद्र मोदी सरकार को क्लीन चिट दे दी है. अदालत ने कहा कि हमें फ्रांस से 36 राफेल विमानों की खरीद की प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने का कोई कारण नजर नहीं आता है. सुबह सदन की बैठक शुरू होते ही जहां विपक्ष के कुछ सदस्य अपनी अपनी मांगों को लेकर आसन के पास आकर नारेबाजी कर रहे थे, वहीं भाजपा के सदस्य भी शीर्ष अदालत के फैसले की पृष्ठभूमि में आक्रामक दिखे. भाजपा सदस्य ‘राहुल गांधी माफी मांगो' के नारे लगा रहे थे. संसदीय कार्य मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भी सदन में कहा कि शुक्रवार को न्यायालय के फैसले के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को इस मामले में माफी मांगनी चाहिए. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि सरकार राफेल डील पर चर्चा करने के लिए तैयार है. फिलहाल देखने वाली बात यह है होगी कि इस सौदे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस और राहुल गांधी की छवि पर कितना असर पड़ेगा.
राफेल डील पर राहुल गांधी के बड़े आरोप