यह ख़बर 18 मई, 2013 को प्रकाशित हुई थी

पेशी से लौटते वक्त संदिग्ध हूजी आतंकवादी की मौत

खास बातें

  • उत्तर प्रदेश की लखनऊ, फैजाबाद तथा वाराणसी कचहरियों में साल 2007 में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के अभियुक्त हरकत-उल-जेहाद-अल इस्लामी (हूजी) के संदिग्ध आतंकवादी खालिद मुजाहिद की शनिवार को फैजाबाद की अदालत में पेशी से लौटते वक्त तबीयत खराब होने के बाद मृत्यु ह
बाराबंकी:

उत्तर प्रदेश की लखनऊ, फैजाबाद तथा वाराणसी कचहरियों में साल 2007 में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के अभियुक्त हरकत-उल-जेहाद-अल इस्लामी (हूजी) के संदिग्ध आतंकवादी खालिद मुजाहिद की शनिवार को फैजाबाद की अदालत में पेशी से लौटते वक्त तबीयत खराब होने के बाद मृत्यु हो गई।

प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) अरुण कुमार ने बताया कि नवम्बर 2007 में लखनऊ, फैजाबाद तथा वाराणसी के अदालत परिसरों में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों के अभियुक्त मुजाहिद को इसी मामले में लखनऊ से फैजाबाद पेशी पर ले जाया गया था। उन्होंने बताया कि जेल वाहन से तीन अन्य कैदियों के साथ वापस लौटते वक्त रास्ते में बाराबंकी में मुजाहिद को चक्कर आने पर उसे बाराबंकी के अस्पताल लाया गया जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

गौरतलब है कि मुजाहिद को दिसम्बर 2007 में बाराबंकी रेलवे स्टेशन के पास एक अन्य संदिग्ध हूजी आतंकवादी तारिक कासमी के साथ राज्य पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गिरफ्तार करके उनके कब्जे से विस्फोटक बरामद करने का दावा किया था। कासमी और मुजाहिद को 23 नवम्बर 2007 को लखनउ, फैजाबाद तथा वाराणसी के अदालत परिसरों में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों के मामले में भी अभियुक्त बनाया गया था।

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राज्य सरकार ने विस्फोटक बरामदगी के मामले में कासमी तथा मुजाहिद पर दर्ज मुकदमा वापस लेने की अर्जी दी थी जिसे बाराबंकी की विशेष अदालत ने गत 10 मई को खारिज कर दिया था।