मुख्यमंत्री रहते भ्रष्टाचार में फंसे ये पांच नेता, बाद में खानी पड़ी जेल की हवा

दागियों के मसले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद एक बार फिर आपराधिक मामलों में फंसे और जेल जा चुके नेताओं का कहानियां चर्चा में आ गई हैं.

मुख्यमंत्री रहते भ्रष्टाचार में फंसे ये पांच नेता, बाद में खानी पड़ी जेल की हवा

प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली:

दागियों के मसले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद एक बार फिर आपराधिक मामलों में फंसे और जेल जा चुके नेताओं का कहानियां चर्चा में आ गई हैं. चुनाव लड़ने से रोकने के मसले पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने राजनीति के अपराधीकरण पर गहरी चिंता जताई और कहा कि  राजनीति से अपराधियों का दूर होना बहुत जरूरी है. वक़्त आ गया है कि संसद जल्द क़ानून बनाए. स‍ंविधान पीठ ने कहा कि पैसा, बाहुबल को राजनीति से दूर रखना संसद का कर्तव्य है और राजनीतिक अपराध लोकतंत्र की राह में बाधा है. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने दागियों को राहत देते हुए कहा कि पांच साल से ज़्यादा सज़ा वाले मुकदमों में चार्ज फ्रेम होने के साथ ही जनप्रतिनिधियों को अयोग्य नहीं ठहराया जा सकता. उनके चुनाव लड़ने पर भी रोक नहीं लगाई जा सकती. इसी बहाने आइए जानते हैं, देश के पांच बड़े सजायाफ्ता नेताओं के बारे में, जिन्हें भ्रष्टाचार के मामले में जाना पड़ा जेल

लालू यादव
 बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव चारा घोटाले के मामले में सजा काट रहे हैं. उन्हें रांची की विशेष सीबीआई अदालत ने सजा सुनाई है. अदालत ने लालू यादव को चाईबासा कोषागार से 37 करोड़ 68 लाख रुपये के गबन के आरोप में दोषी माना. यह केस 17 साल तक चला, तब जाकर फैसला आया.

जगन्नाथ मिश्रा
बिहार के एक और मुख्यमंत्री जेल जा चुके हैं. नाम है जगन्नाथ मिश्रा. चाइबासा कोषागार से 37.7 करोड़ रुपये के घोटाले के मामले में दोषी सिद्ध होने पर जे जा चुके हैं.तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री बने. उन्होंने पहली बार यह जिम्मेदारी वर्ष 1975 में संभाली. दूसरी बार वह 1980 में राज्य के मुख्यमंत्री बने. आखिरी बार वह 1989 से 1990 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे.  जगन्नाथ मिश्रा बिहार में कांग्रेस के आखिरी मुख्यमंत्री रहे. 

मधु कोड़ा
निर्दलीय विधायक से झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बने मधु कोड़ा भी जेल जा चुके हैं. 18 सितंबर, 2006 को सिर्फ 35 साल में मुख्यमंत्री बनने वाले  मधु कोड़ा पद पर करीब 23 महीने रहे. मधु कोड़ा का बतौर निर्दलीय विधायक इतने लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहना‘लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड’ में दर्ज है.अगस्त, 2008 में  झामुमो के समर्थन वापसी से मधु कोड़ा की कुर्सी छिन गई. फिर घोटाले के मामले में  30 नवंबर, 2009 को ईडी ने कोड़ा को गिरफ्तार कर लिया. तीन साल तक जेल की हवा खानी पड़ी.

ओम प्रकाश चौटाला
हरियाणा में वर्ष 199-2000 में बहुचर्चित शिक्षक भर्ती घोटाला हुआ था. यह घोटाला ओम प्रकाश चौटाला के कार्यकाल में हुआ था. तीन हजार शिक्षकों की अवैध नियुक्ति के मामले में दिल्ली की एक कोर्ट ने जनवरी 2013 में पूर्व सीएम ओम प्रकश चौटाला, उनके बेटे सहित 53 लोगों को दोषी माना था. चौटाला और उनके बेटे को 10-10 साल जेल की सजा हुई. चौटाला तिहाड़ जेल में बंद हैं.

जयललिता
जयललिता को आय से अधिक संपत्ति के मामले में दोषी पाए जाने पर जेल की सजा हो चुकी है. कोर्ट ने स्व. जयललिता को चार साल की कैद और 100 करोड़ रुपये जुर्माने की सजा सुनाई थी.

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