लाल चौक पर तिरंगा फहराने का संकल्प लेने वाली इस लड़की को श्रीनगर एयरपोर्ट से ही लौटाया

लाल चौक पर तिरंगा फहराने का संकल्प लेने वाली इस लड़की को श्रीनगर एयरपोर्ट से ही लौटाया

खास बातें

  • बहल सहित छह लोग चंडीगढ़ से एक विमान से पहुंचे
  • कन्हैया कुमार को भी दी थी बहस की चुनौती
  • 2010 से सामाजिक कार्य करती रही हैं जाह्नवी
नई दिल्ली:

ऐतिहासिक लाल चौक पर सार्वजनिक तौर पर तिरंगा झंडा फहराने का संकल्प लेने वाली और अलगाववादियों को रोक कर दिखाने की चुनौती देने वाली लुधियाना की 15 साल की एक लड़की को श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से प्रशासन ने आज वापस भेज दिया. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि 30 अन्य लोगों के साथ जाह्नवी बहल हवाई अड्डे पर पहुंची लेकिन सभी को बिना कारण बताए वापस भेज दिया गया.

बहल सहित छह लोग चंडीगढ़ से एक विमान से पहुंचे
पुलिस अधिकारी ने बताया कि बहल सहित छह लोग चंडीगढ़ से एक विमान से जबकि 25 अन्य दिल्ली से दूसरे विमान से पहुंचे. अधिकारी ने कहा, ‘सभी को उसी विमान से वापस भेज दिया गया जिससे वे आए थे.’ उसने 23 जुलाई को कहा था, ‘मैं 15 अगस्त को श्रीनगर में लाल चौक पर तिरंगा फहराउंगी क्योंकि यह वह जगह है जहां पर राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया गया.’

कन्हैया कुमार को भी दी थी बहस की चुनौती
गौरतलब है कि कुछ महीनों पहले जाह्नवी सोशल मीडिया पर धूम मचाई हुई थी, क्योंकि उसने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार को बहस की चुनौती दी थी. इसी साल गणतंत्र दिवस के मौके पर 'स्वच्छ भारत अभियान' में सहयोग के लिए सम्मानित की गई जाह्नवी ने कन्हैया को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के विषय पर सार्वजनिक बहस के लिए ललकारा था.
 


जाह्नवी का कहना था, 'उन्होंने (कन्हैया ने) हमारे देश के लिए बहुत कुछ करने वाले, दुनियाभर में भारत को पहचान दिलाने वाले, बिना कोई छुट्टी लिए सिर्फ देश के बारे में सोचते रहने वाले, देश का भला सोचते रहने वाले प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) के खिलाफ बोला है... कन्हैया को भी भाषण देने की जगह प्रधानमंत्री की ही तरह अपने काम पर ध्यान देना चाहिए..."

2010 से सामाजिक कार्य करती रही हैं जाह्नवी
जाह्नवी ने यह भी कहा था, 'कन्हैया मुझे किसी भी जगह किसी भी वक्त मिल सकते हैं... जो भी उन्होंने प्रधानमंत्री के खिलाफ बोला है, मैं उस पर उनसे बहस करने के लिए तैयार हूं... अगर वह प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ बात कर रहे हैं, तो इसका मतलब है कि वह देश के लोगों के खिलाफ भी बात कर रहे हैं..." वैसे, जाह्नवी वर्ष 2010 से सामाजिक कार्य करती रही हैं, और 'स्वच्छ भारत अभियान' में सहयोग के लिए उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से प्रशस्ति पत्र भा प्राप्त हुआ था.

(इनपुट भाषा से भी)

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