'PM मोदी पद का दुरुपयोग कर रहे हैं'- डेरेक ओ'ब्रायन ने वैक्सीन सर्टिफिकेट को लेकर EC से की शिकायत

वैक्सीन लगने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से एक सर्टिफिकेट दिया जा रहा है, जिसमें पीएम की तस्वीर है. इसे लेकर तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी है.

'PM मोदी पद का दुरुपयोग कर रहे हैं'- डेरेक ओ'ब्रायन ने वैक्सीन सर्टिफिकेट को लेकर EC से की शिकायत

डेरेक ओ'ब्रायन ने पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी है. (फाइल फोटो)

कोलकाता:

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी वक्त में 'सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रहे है.' पार्टी ने इस महीने होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले चुनाव आयोग को इस संबंध में चिट्ठी भी लिखी है. तृणमूल ने यह मुद्दा कोरोना वैक्सीनेशन के बाद दिए जा रहे सर्टिफिकेट पर पीएम मोदी की तस्वीर को लेकर उठाया है. पार्टी ने आरोप लगाया है कि पीएम कोरोना के खिलाफ लड़ाई में डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्यकर्मियों का श्रेय खुद ले रहे हैं.

वैक्सीन लगने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से एक सर्टिफिकेट दिया जा रहा है, जिसमें पीएम की तस्वीर है. उनकी फोटो के अलावा, सर्टिफिकेट पर उनकी तरफ से इंग्लिश और हिंदी में एक संदेश भी छपा हुआ है.

तृणमूल के सांसद डेरेक ओ'ब्रायन ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर कहा है कि 'स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दिए जा रहे वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट में न तो बस पीएम अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं, बल्कि कोविड वैक्सीन बनाने वालों का क्रेडिट भी चुरा रहे हैं. वो खुलेआम डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्यकर्मियों की निस्वार्थ सेवा को कमतर कर रहे हैं.'

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सांसद ने लिखा है कि 'अब जब चुनावों की घोषणा हो चुकी है, पीएम इस तरह सरकार के वैक्सीनेशन प्लेटफॉर्म पर अपने नाम की पब्लिसिटी नहीं कर सकते या ऐसे क्रेडिट नहीं ले सकते हैं.' उन्होंने पीएम पर चुनाव संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव आयोग को चुनावों के दौरान 'पीएम को टैक्सपेयर्स के दम पर गलत फायदे उठाने और गलत तरीके से पब्लिसिटी हासिल करने' से रोकना चाहिए. 

हालांकि, सूत्रों की मानें तो पहले दिन से ही वैक्सीन के सर्टिफिकेट पर पीएम की फोटो छप रही है. वैक्सीनेशन की शुरुआत में जितने भी स्वास्थ्यकर्मियों और दूसरे लाभार्थियों ने वैक्सीन लगवाई थी, उन्होंने ऐसी ही सर्टिफिकेट दी गई थी. हालांकि, अब जब चार राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश में विधानसभा चुनावों की घोषणा हो चुकी है, इस सर्टिफिकेट पर बवाल शुरू हो गया है.

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