"यात्रा बेहद आरामदायक": रेल मंत्री ने किया कर्नाटक के रेल ट्रैक का वॉटर ग्लास टेस्ट

रेल मंत्री ने ट्वीट किया कि यह रेलवे द्वारा कर्नाटक में बेंगलुरु-मैसुरु के बीच पटरियों की मरम्मत का नतीजा है और यह सभी को देखना चाहिए.

बेंगलुरु-मैसुरु 130 किलोमीटर लंबे मार्ग पर 40 करोड़ रुपये से मरम्मत कार्य किया गया.

बेंगलुरु:

रेल मंत्री पीयूष गोयल रेलवे के आधुनिकीकरण और यात्रियों की आरामदायक सुविधाओं की जानकारी अक्सर सोशल मीडिया के जरिये देते रहते हैं. पीयूष गोयल ने रविवार को कर्नाटक के रेल ट्रैक पर ऐसा ही वॉटर ग्लास टेस्ट किया. उन्होंने उनके डिब्बे की टेबल पर रखे गए पानी से भरे एक ग्लास का वीडियो जारी किया, जिसमें यात्रा के दौरान एक बूंद भी बाहर नहीं छलका.

रेलमंत्री पीयूष गोयल ने बेंगलुरु-मैसुरु रेलमार्ग पर पटरियों के मरम्मत के बाद तेज गति से यात्रा के दौरान का यह वीडियो जारी किया. उन्होंने लिखा कि डिब्बे में उनकी टेबल पर गिलास में भरा पानी का एक बूंद भी छलक कर बाहर नहीं आया. मंत्री ने शुक्रवार रात को एक ट्वीट कर वीडियो साझा किया. इसमें दिख रहा है कि डिब्बे में बने टेबल पर गिलास में पानी भरकर रखा गया है लेकिन उससे एक बूंद पानी भी बाहर नहीं छलका.

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मंत्री ने ट्वीट किया कि यह रेलवे द्वारा कर्नाटक में बेंगलुरु-मैसुरु के बीच पटरियों की मरम्मत का नतीजा है और यह सभी को देखना चाहिए. रेलवे के अधिकारी ने बताया कि 130 किलोमीटर लंबे मार्ग पर छह महीने में 40 करोड़ रुपये की लागत से मरम्मत कार्य किया गया है.



(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)