यह ख़बर 18 मई, 2011 को प्रकाशित हुई थी

वाराणसी में कांग्रेस अधिवेशन में मिशन यूपी पर मंथन

खास बातें

  • वाराणसी में हो रहे प्रदेश कांग्रेस कमेटी का दो दिवसीय अधिवेशन 2012 के विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी का एजेंडा तय करने में विशेष भूमिका अदा करेगा।
वाराणसी:

वाराणसी में बुधवार से शुरू हो रहे उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का दो दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन 2012 के आगामी विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी का एजेंडा तय करने में विशेष भूमिका अदा करेगा। अधिवेशन में हिस्सा लेने के लिए लिए धर्मनगरी में केंद्रीय व वरिष्ठ नेताओं का जमावड़ा लग गया है। नदेसर में हो रहे अधिवेशन के पहले दिन बुधवार को कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी पदाधिकारियों को संबोधित करेंगे और दूसरे दिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी इसमें शिरकत करने के बाद बेनियाबाग में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगी। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता वीरेंद्र मदान ने कहा कि राहुल और सोनिया गांधी के निर्देशन में पार्टी इस सम्मेलन में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए नीति निर्धारण कर जनता से अपने जुड़ाव को सुदृढ़ बनाने पर जोर देगी। प्रांतीय अधिवेशन के आयोजन के लिए वाराणसी का चयन किए जाने के संबंध में सवाल पूछे जाने पर मदान ने कहा कि वाराणसी के ऐतिहासिक महत्व को ध्यान में रखने के अलावा हमें लगता है कि यहां से हम पूर्वांचल की जनता से जुड़कर पार्टी की खोई जमीन को वापस ला सकेंगे। पूर्वी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के सिर्फ तीन विधायक हैं। कांग्रेस पदाधिकारियों के मुताबिक अधिवेशन के दौरान भूमि अधिग्रहण सहित किसानों से जुड़े अन्य मुद्दों पर विशेष रूप से चर्चा होगी। इसमें पार्टी से जुड़े सेवा दल, युवक कांग्रेस व महिला कांग्रेस संगठन भी हिस्सा लेंगे। अधिवेशन के मद्देनजर वाराणसी की सड़कें झंडे और पोस्टरों से अटी हुई हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रमुख चौक-चौराहों पर सोनिया और राहुल के स्वागत के लिए उनके विशाल कटआउट लगाए हैं। खासकर पार्टी के युवाओं में जोश नजर आ रहा है, जो भारी संख्या में जगह-जगह मोटरसाइकिल से रैलियां निकालकर दो दिवसीय कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जनता से अपील कर रहे हैं। अधिवेशन के मद्देनजर यहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com