वर्कप्‍लेस पर सहना पड़ा उत्पीड़न, तो ट्रांसजेंडर महिला ने खोला खुद का कैफे

न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए उन्होंने कहा, मुझे अपने वर्कप्लेस पर उत्पीड़न का सामना करना पड़ा, इसलिए मैंने अपना कैफे शुरू करने का फैसला किया जो सभी को समान रूप से प्रभावित करता है. मुझे उम्मीद है कि यह मेरे समुदाय से दूसरों को प्रेरित करेगा." उन्होंने अपने कैफे का नाम स्ट्रीट टैंपटेशन (Street Temptations) रखा है.

वर्कप्‍लेस पर सहना पड़ा उत्पीड़न, तो ट्रांसजेंडर महिला ने खोला खुद का कैफे

नई दिल्ली:

अगर कोई कुछ करना चाहे तो अपनी मेहनत और लगन के साथ कर सकता है. आज हम आपको ऐसे ही ट्रांसजेंडर महिला उरूज हुसैन के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने अपने दम पर नोएडा के सेक्टर 119 में अपना कैफे शुरू किया है.

न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए उन्होंने कहा, मुझे अपने वर्कप्लेस पर उत्पीड़न का सामना करना पड़ा, इसलिए मैंने अपना कैफे शुरू करने का फैसला किया जो सभी को समान रूप से प्रभावित करता है. मुझे उम्मीद है कि यह मेरे समुदाय से दूसरों को प्रेरित करेगा." उन्होंने अपने कैफे का नाम  स्ट्रीट टैंपटेशन (Street Temptations) रखा है.

उरूज आगे कहती हैं, 'मैंने अपना कैफे शुरू किया है जहां सभी के साथ एक समान व्यवहार होता है.  मुझे उम्मीद है कि हमारे समुदाय के लोग मुझसे प्रेरित होंगे.

बता दें, नोएडा  के सेक्टर 119 में ट्रांसजेंडर महिला उरूज हुसैन का कैफे लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. यहां पर लोग लजीज  व्यंजनों का स्वाद लेने के लिए दूर-दूर से आ रहे हैं. तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि कैफे (cafe) के बाहर ग्राहकों को बैठने के लिए कुर्सी- टेबल लगाई गई है. साथ ही लाइटिंग की भी अच्छी व्यवस्था की गई है.

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