मुंबई हमले में 166 लोग मारे गए थे. (फाइल फोटो)
वॉशिंगटन: मुंबई में हुए 26/11 हमलों (Mumbai Terrorist Attack) के 12 वर्षों बाद, पाकिस्तान ने प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा के 19 आतंकवादियों को इस वारदात को अंजाम देने के लिए “सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों” की सूची में रखा तो जरूर लेकिन उन्हें पकड़ने के लिए उसने कोई गंभीर प्रयास नहीं किए और न ही उन 7 आतंकियों को दंडित करने की कोई कोशिश की, जो यहां मुकदमे का सामना कर रहे हैं. इस मामले में अब अमेरिका (US) ने लश्कर के आतंकी साजिद मीर (Sajid Mir) के बारे में जानकारी देने वाले को 50 लाख डॉलर तक इनाम देने की घोषणा की है. भारत भी पिछले कई वर्षों से मीर की तलाश में जुटा है.
अमेरिका की ओर से जारी की गई आधिकारिक सूचना के मुताबिक, आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के वरिष्ठ सदस्य साजिद मीर की मुंबई हमले में संलिप्तता पाई गई है. इस मामले में उसकी तलाश है. मीर के बारे में सूचना देने वाले को उसकी गिरफ्तारी के बाद 50 लाख डॉलर तक इनाम दिया जाएगा.
गौरतलब है कि पाकिस्तान से समुद्र के रास्ते मुंबई आए लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने 26 नवंबर, 2008 को राजधानी के अलग-अलग इलाकों में आतंकी वारदातों को अंजाम दिया था. करीब 60 घंटे चले घटनाक्रम में 18 सुरक्षाकर्मियों सहित 166 लोग मारे गए और 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. सुरक्षाबलों ने 9 आतंकियों को मार गिराया था, एक आतंकी (अजमल कसाब) जिंदा पकड़ा गया था. कसाब को चार साल बाद 21 नवंबर, 2012 को फांसी की सजा दे दी गई.
VIDEO: आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का देवबंद कनेक्शन?