#MeToo : क्या एमजे अकबर को इस्तीफा देने के लिए कहा गया था? विदेश मंत्रालय खामोश

विदेश मंत्रालय ने कहा- विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर के बीच किसी खास बैठक की कोई जानकारी नहीं

#MeToo : क्या एमजे अकबर को इस्तीफा देने के लिए कहा गया था? विदेश मंत्रालय खामोश

एमजे अकबर (फाइल फोटो).

नई दिल्ली:

विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि विदेशी दौरे से लौटने के बाद एमजे अकबर ने विदेश राज्यमंत्री के तौर पर सोमवार और मंगलवार को आधिकारिक बैठकों में हिस्सा लिया. यह इस मुद्दे पर मंत्रालय की तरफ से की गई पहली टिप्पणी है.

एक संवाददाता सम्मेलन में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने एक सवाल के जवाब में कहा कि उन्हें एमजे अकबर पर लगाए गए आरोपों को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उनके बीच किसी खास बैठक के बारे में कोई जानकारी नहीं है.

कई महिला पत्रकारों द्वारा पूर्व पत्रकार अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए जाने के बाद बढ़ते दबाव को देखते हुए विदेश राज्यमंत्री ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. भारत में मी टू अभियान के तहत जिस वक्त अकबर के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगे उस वक्त वह अफ्रीका के दौरे पर थे.

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यह पूछे जाने पर कि इस्तीफा देने का फैसला उनका अपना था या फिर स्वराज या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें इस्तीफा देने के लिए कहा था, कुमार ने सिर्फ कहा, ‘‘मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं. उन्होंने एक बयान भी दिया है और मुझे लगता है कि इससे ज्यादा कहने के लिए मेरे पास कुछ नहीं है.''

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कुमार ने कहा, ‘‘जहां तक बैठक का सवाल है, मैं आपके साथ सिर्फ यह साझा कर सकता हूं कि भारत लौटने के बाद, सोमवार और मंगलवार को विदेश मंत्रालय में कुछ आधिकारिक बैठक थीं. वह उन बैठकों का हिस्सा थे. लेकिन इस मामले को लेकर विदेश मंत्री और विदेश राज्यमंत्री के बीच हुई किसी खास मुलाकात के बारे में मुझे जानकारी नहीं है.'' उन्होंने इस सवाल का जवाब नहीं दिया कि क्या अकबर से इस्तीफा देने को कहा गया था.
(इनपुट भाषा से)


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