PM मोदी का कोलकाता में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने स्वागत किया
नई दिल्ली : सुपर साइक्लोन अम्फान (Super Cyclone Amphan) की वजह से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते गुरुवार को कोलकाता गए थे. पश्चिम बंगाल के प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद पीएम मोदी (PM Modi) ओडिशा भी गए थे. पीएम मोदी जब कोलकाता एयरपोर्ट पर उतरे थे तो उनका स्वागत करने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी वहां मौजूद थीं. इस दौरान कैमरे में कैद हुआ वीडियो खूब देखा गया. अब अत इस वीडियो को 5 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं. पीएम मोदी पूरे 85 दिन बाद दिल्ली से बाहर कहीं दौरा निकले थे. पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल को 1 हजार करोड़ रुपए की फौरी मदद का ऐलान किया. पीएम मोदी का ये ये दौरा हाल में कुछ राजनीतिक घटनाक्रमों को देखते हुए भी खास था. वो भी जब उनके सामने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी हों. बीते कुछ दिन में कोरोना वायरस और लॉकडाउन को लेकर बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और केंद्र के बीच जमकर बयानबाजी हुई थी. वहीं पीएम मोदी को आर्थिक पैकेज को लेकर भी आलोचना की है. ममता ने कहा-लोग राहत की उम्मीद लगा रहे थे...लेकिन उन्हें बड़ा जीरो मिला है. पैकेज में राज्यों के लिए कुछ भी नहीं है.प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर भी ममता बनर्जी और केंद्र सरकार के बीच तू-तू-मैं-मैं हो चुकी है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहले आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल सरकार फंसे हुए प्रवासी मजदूरों को ट्रेनों से उनके घर पहुंचाने की इजाजत नहीं दी रही है. हालांकि राज्य सरकार ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि 6,000 प्रवासी पहले ही लौट चुके हैं तथा और अधिक मजदूरों को लेकर 10 ट्रेनें जल्द ही पहुंचेंगी.
इसके बाद रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्रेनों के संबंध में जानकारी दी गई, जिसके बाद पश्चिम बंगाल के गृह सचिव ने ट्वीट कर रेलवे पर गलत जानकारी देने और गुमराह करने का आरोप लगाया. मंत्रालय की ओर से ट्वीट कर बताया गया था कि भारतीय रेलवे ने फंसे हुए लोगों के लिए अभी तक 300 से ज्यादा ट्रेनें चलाई हैं. ज्यादातर ट्रेनें उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और ओडिशा में चलाई गई हैं.
आपको बता दें कि चक्रवात अम्फान के कारण पश्चिम बंगाल में में कम से कम 72 लोगों की मौत हो गई है तथा कई पुलों एवं अन्य इमारतों को भी काफी नुकसान पहुंचा है. तूफान के कारण ओडिशा के कई तटीय जिलों में बिजली एवं दूरसंचार सुविधाओं का नुकसान पहुंचा है