यह ख़बर 23 अप्रैल, 2011 को प्रकाशित हुई थी

प. बंगाल : दूसरे चरण में 85 फीसदी मतदान

खास बातें

  • प. बंगाल विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के दौरान शनिवार को मतदान तीव्र व शांतिपूर्ण रहा और लगभग 85 प्रतिशत मतदान हुआ।
कोलकाता:

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए शनिवार को रिकॉर्ड 85 फीसदी से अधिक मतदान हुआ। तीन जिलों में 50 निर्वाचन क्षेत्रों में छिटपुट घटनाओं को छोड़ बाकी मतदान शांतिपूर्ण रहा। लू लगने से एक सहायक उप निरीक्षक की मौत हो गई। दूसरे चरण के मतदान के तहत मुर्शिदाबाद में 22 सीटों, नादिया में 17 और बीरभूम में 11 सीटों पर मतदान हुआ। पहली बार मतदान कर रहे मतदाताओं में काफी उत्साह देखा गया। कई मतदान केंद्रों पर महिलाओं की संख्या पुरुषों से अधिक थी। सुबह सात बजे से ही मतदान केंद्रों पर लोगों की लम्बी कतारें लगनी शुरू हो गईं। मुर्शिदाबाद, नादिया और बीरबूम जिलों में 93 लाख मतदाताओं के लिए 11531 मतदान केंद्र बनाए गए थे। इन तीन जिलों में 50 सीटों के लिए 293 उम्मीदवार मैदान में हैं। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के सूत्रों ने बताया, "दूसरे चरण में 85 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। मतदान का यह प्रतिशत और अधिक हो सकता है क्योंकि कुछ मतदान केंद्रों पर लोग देर शाम तक कतारों में थे।" मुर्शिदाबाद में मतदान का प्रतिशत 84.86 जबकि नादिया और बीरभूम में यह प्रतशित क्रमश: 85.55 और 85.48 है। वर्ष 2009 के लोकसभा चुनावों में मुर्शिदाबाद में 84.71 प्रतिशत, नादिया में 86.45 और वीरभूम में 82.72 मतदान हुआ था। तीन जिलों में मतदान के दौरान छिटपुट घटनाओं को छोड़ कर बाकी मतदान शांतिपूर्ण रहा। हिंसा और अनियमितता के लिए तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। मुर्शिदाबाद जिले के बेलदंगा में सहायक पुलिस निरीक्षक दीपक बरूई अत्यधिक धूप और आद्रता की चपेट में आ गए। इससे उनकी मौत हो गई। मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुनील गुप्ता ने बताया कि पुलिस ने 35 लोगों को हिरासत में लिया इनमें से 32 लोगों को एहतियातन गिरफ्तार किया गया। एक निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मुर्शिदाबाद में मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के एक एजेंट के पास से डाक मतपत्रों की बरामदगी के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा में एक मतदान केंद्र के बाहर माकपा व कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प होने के बाद दो को गिरफ्तार किया गया। नादिया जिले के राणाघाट दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र में एक मतदान केंद्र के भीतर मौजूद पीठासीन अधिकारी को मतदाताओं को प्रभावित करने के आरोप में वहां से हटा दिया गया, जबकि मुर्शिदाबाद जिले के भरतपुर विधानसभा क्षेत्र में एक अन्य अधिकारी को बीमार पड़ने की वजह से बदलना पड़ा। इसके अलावा 17 मतदान केंद्रों पर लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया। इनमें से मुर्शिदाबाद के रेजीनगर निर्वाचन क्षेत्र में 13 मतदान केंद्र और नादिया जिले के कालीगंज निर्वाचन क्षेत्र में चार मतदान केंद्र शामिल हैं। सरकार ने कहा कि कुछ मतदान केंद्रों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में गड़बड़ी की वजह से मतदान की प्रक्रिया कुछ मिनटों के लिए बाधित हुई। तीनों जिलों में कम से कम 65 ईवीएम मशीनों को बदला गया। विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में माकपा नेता और राज्य मंत्री अनिसुर रहमान, केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी, उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश और तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी नूरे आलम चौधरी के भविष्य का फैसला होगा। उधर, रिजवानुर रहमान के भाई रुकबानुर रहमान भी चुनाव मैदान में हैं। कोलकाता के व्यवसायी अशोक तोड़ी की बेटी से शादी करने के एक महीने बाद ही कम्प्यूटर ग्राफिक्स के शिक्षक रिजवानुर रहमान की हत्या कर दी गई थी। दूसरे चरण में माकपा 31 सीटों पर जबकि वाम मोर्चा की सहयोगी पार्टी रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, फार्वड ब्लॉक, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) क्रमश: नौ, पांच और एक सीट पर चुनाव लड़ रही है। उधर, प्रमुख विपक्षी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने 29 तथा कांग्रेस ने 21 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार सभी 50 सीटों पर मैदान में हैं। सरकार ने कहा कि दूसरे चरण के मतदान को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए अर्धसैनिक बलों की 488 कम्पनियों को तैनात किया गया था। गौरतलब है कि पहले चरण के तहत 18 अप्रैल को 54 विधानसभा क्षेत्रों में हुए मतदान के दौरान रिकॉर्ड 84.11 फीसदी मतदान हुआ था। दूसरे चरण के बाद 27 अप्रैल, तीन मई, सात मई और 10 मई को मतदान कराया जाएगा। मतगणना 13 मई को होगी।


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