भवानीपुर सीट : ममता दीदी से किला छीनने की फिराक में BJP, 45,000 मुस्लिम वोटर होंगे निर्णायक

Assembly Election 2021: 2016 के विधान सभा चुनाव में भी ममता बनर्जी ने भवानीपुर से जीत दर्ज की. इस बार उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता दीपा दासमुंशी को हराया लेकिन 2011 के मुकाबले ममता को 29.79 फीसदी कम वोट मिले. दीदी की जीत का अंतर भी मात्र 25, 301 वोट तक सिमट गया.

भवानीपुर सीट : ममता दीदी से किला छीनने की फिराक में BJP, 45,000 मुस्लिम वोटर होंगे निर्णायक

भवानीपुर से ममता बनर्जी पिछले 10 सालों से विधायक हैं.

पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने ऐलान किया है कि वो राज्य की भवानीपुर से चुनाव नहीं लड़ेंगी. वो इस सीट को छोड़ रही हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वो नंदीग्राम और जादवपुर (दोनों) विधान सभा सीट से चुनाव लड़ेंगी. भवानीपुर से ममता बनर्जी पिछले 10 सालों से विधायक हैं.  उन्होंने पहली बार 2011 में यहां से उप चुनाव लड़ा था और विजयी रही थीं. 2011 के चुनाव में उनकी पार्टी के सुब्रत बख्शी जीते थे लेकिन बाद में उन्होंने दीदी के लिए ये सीट खाली कर दी थी. बख्शी को कुल 64.77 फीसदी वोट मिले थे. उन्होंने सीपीएम के नारायण प्रसाद जैन को करीब 50 हजार वोट के मार्जिन से हराया था.

तीसरे नंबर पर थी बीजेपी
बाद में उसी साल हुए उप चुनाव में ममता बनर्जी ने ना केवल जीत बरकरार रखी बल्कि जीत का मार्जिन और अधिक बड़ा कर लिया. उप चुनाव में ममता बनर्जी को 77.46 फीसदी वोट मिले जो उसी साल हुए विधानसभा चुनाव से 12.69 फीसदी ज्यादा थे. ममता ने सीपीएम की नंदिनी मुखर्जी को 95,000 वोटों के अंतर से हराया. बीजेपी तीसरे नंबर पर रही थी.

इसके बाद 2016 के विधान सभा चुनाव में भी ममता बनर्जी ने भवानीपुर से जीत दर्ज की. इस बार उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता दीपा दासमुंशी को हराया लेकिन 2011 के मुकाबले ममता को 29.79 फीसदी कम वोट मिले. दीदी की जीत का अंतर भी मात्र 25, 301 वोट तक सिमट गया. कांग्रेस प्रत्याशी दीपा को 40,219 वोट मिले जबकि दीदी को 65,520 वोट मिले. इस साल भी बीजेपी तीसरे नंबर पर थी.

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कोलकाता नगर निगम के आठ वार्ड शामिल
1951 में गठित इस विधानसभा सीट पर अब तक कुल 13 बार (उप चुनाव समेत) चुनाव हुए हैं. इनमें छह बार कांग्रेस, जबकि तीन बार टीएमसी, दो बार सीपीआई और एक-एक बार सीपीएम और निर्दलीय जीत  चुके हैं. यह विधान सभा सीट दक्षिण कोलकाता लोकसभा के तहत आता है. इस शहरी विधान सभा क्षेत्र में कोलकाता नगर निगम के कुल आठ वार्ड (वार्ड संख्या 63, 70, 71, 72, 73, 74, 77 और 82) आते हैं.

मुस्लिम वोटर होंगे निर्णायक
भवानीपुर विधान सभा क्षेत्र में करीब 90 हजार बंगाली मतदाता, 50 हजार गैर बंगाली मतदाता और करीब 45,000 मुस्लिम वोटर हैं. बीजेपी बंगाली मानुष और गैर बंगाली दोनों को रिझाने में जुटी है. माना जा रहा है कि इस सीट पर मुस्लिम वोट निर्णायक हो सकते हैं. 

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डोर-टू-डोर कैम्पेन कर रही बीजेपी
बीजेपी भवानीपुर में ममता बनर्जी को हराने के लिए एड़ी चोटी एक कर रही है. ममता के फार्मूले पर ही चलते हुए बीजेपी नेता दीदी को शिकस्त देना चाह रहे हैं. इसके लिए बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने वहां दिसंबर 2020 से ही कैम्प करना शुरू कर दिया है. बीजेपी के नेता यहां दीदी के खिलाफ डोर-टू-डोर कैम्पेन कर रहे हैं. हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव में इस क्षेत्र में बीजेपी को टीएमसी से कम वोट मिले थे.