गोवा में क्यों खिंचे चले आते हैं सैलानी, जानिए अब तक यहां हुए कितने मुख्यमंत्री?

गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का निधन हो गया. जानिए गोवा में अब तक कुल कितने मुख्यमंत्री हुए. क्यों सैलानी यहां खिंचे चले आते हैं.?

गोवा में क्यों खिंचे चले आते हैं सैलानी,  जानिए अब तक यहां हुए कितने मुख्यमंत्री?

गोवा के एक बीच का नजारा.(फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

समंदर के किनारों के लिए जाना जाने वाला गोवा क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का सबसे छोटा और जनसंख्या के हिसाब से चौथा सबसे छोटा राज्य है. अपने प्राकृतिक सौंदर्य के चलते पर्यटकों के लिए गोवा हमेशा आकर्षण का केंद्र रहा है. गोवा पहले पुर्तगाल का ही एक उपनिवेश था. पुर्तगालियों ने इस पर लगभग साढ़े चार सौ सालों तक शासन किया. दिसंबर 1961 में यह भारतीय शासन के अंतर्गत आया. गोवा का क्षेत्रफल 3702 वर्ग किलोमीटर है. गोवा का समुद्र तट करीब 101 किलोमीटर लंबा है. चूंकि गोवा करीब साढ़े पांच सौ साल तक पुर्तगालियों के अधीन रहा, इस नाते यहां पर यूरोपीय कला एवं संस्कृति का प्रभाव दिखता है. गोवा में 60 प्रतिशत हिंदूओं की आबादी है. परिवहन संपर्क की बात करें तो गोवा का मुंबई और बंगलुरु से अच्छा जुड़ाव है. गोवा में 40 समुद्री तट हैं.गोवा की राजधानी पणजी है. मांडवी नदी के किनारे बसे इस शहर में शाम के वक्त सैलानी रिवर क्रूज का आनन्द लेने पहुंचते हैं. गोवा में दो जिले हैं. उत्तर गोवा जिला और दक्षिण गोवा जिला.

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गोवा के अब तक इतने सीएम
गोवा में विधानसभा की कुल 40 सीटे हैं. 20 दिसंबर 1963 से दो दिसंबर 1966 तक दयानंद बांदोडकर इस राज्य के पहले सीएम रहे. उनकी पार्टी एमजीपी थी. दूसरी बार भी वही सीएम रहे. इस बार वह 13 अगस्त 1973 तक मुख्यमंत्री रहे. तीसरी बार महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी से ही शशिकला काकोडकर मुख्यमंत्री बनीं. तीसरी बार कांग्रेस नेता प्रताप सिंह राणे  30 मई 1987 तक सीएम रहे. इससे पहले राष्ट्रपति शासन भी लगा रहा. फिर प्रताप सिंह राणे सीएम बने और 27 मार्च 1990 तक इस पद पर रहे. चौथे सीएम चर्चिल आलेमाव रहे. वह 27 मार्च 1990 से 14 अप्रैल 1990 तक सीएम रहे. उनकी पार्टी प्रोग्रेसिव डेमोक्रेटिक फ्रंट(गोवा) से जुड़े रहे.14 दिसंबर 1990 से 25 जनवरी 1991 तक राष्ट्रपति शासन लगा रहा. इसके बाद रवीन नाइक, विल्फ्रेड डिसूजा, प्रताप सिंह राणे, फइर विल्फ्रेड डिसूजा, लुइझिनो फलेरो सीएम बने.

10 फरवरी 1999 से नौ जून 1999 तक राष्ट्रपति शासन रहा. इसके बाद फिर लुइझिनो फलेरो सीएम बने. वह 24 नवंबर 1999 तक इस पद पर बने रहे. फिर फ्रान्सिस्को सार्डिन्हा 24 नवंबर 199 से 23 अक्टूबर 2000 तक सीएम रहे. 24 अक्टूबर 2000 को पहली बार बीजपी से मनोहर पर्रिकर मुख्यमंत्री बने. वह पहली बार तीन जून 2002 तक और फिर तीन जून 2000 से दो फरवरी 2005 तक सीएम रहे. इसके बाद कांग्रेस से प्रताप सिंह राणे दो फरवरी 2005 से चार मार्च 2005 तकक सीएम रहे. चार मार्च 2005 से तास जून 2005 तक राष्ट्रपति शासन रहा. सात जून 2005 से लेकर आठ जून 2007 तक फिर प्रताप सिंह राणे सीएम रहे. आठ जून 2007 से लेकर नौ मार्च 2012 तक कांग्रेस के दिगंबर कामत मुख्यमंत्री बने. इसके बाद तीसरी बार मनोहर पर्रिकर नौ मार्च 2012 से आठ नवंबर 2014 तक सीएम रहे. पर्रिकर के बाद बीजेपी से ही लक्ष्मीकांत पारसेकर सीएम बने. फिर रक्षा मंत्री पद छोड़कर पर्रिकर गोवा लौटे और चौथी बार 14 मार्च 2017 से 17 मार्च 2019 को निधन तक सीएम रहे.  

वीडियो- कर्नाटक-गोवा के बीच मछली विवाद 

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