15 अगस्त : इस बार PM मोदी क्या बोलेंगे? पिछली बार अनुच्छेद 370, और तीन तलाक का था जिक्र

लाल किले से इस बार जब स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी देश को संबोधित करेंगे तो उनसे एक बड़े ऐलान की उम्मीद की जा रही है और जिस पर कुछ दिन पहले विवाद भी हुआ था. खबरों के मुताबिक इस दिन पीएम मोदी कोरोना वायरस की वैक्सीन का ऐलान कर सकते हैं.

15 अगस्त : इस बार PM मोदी क्या बोलेंगे? पिछली बार अनुच्छेद 370, और तीन तलाक का था जिक्र

कोरोना और चीन संकट के बीच PM मोदी के भाषण इस बार अहम (फाइल फोटो)

खास बातें

  • इस बार देश का 74वां स्वतंत्रता दिवस
  • पीएम मोदी के भाषण से उम्मीद
  • कोरोना से कब मिलेगी निजात
नई दिल्ली:

लाल किले से इस बार जब स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी  देश को संबोधित करेंगे तो उनसे एक बड़े ऐलान की उम्मीद की जा रही है और जिस पर कुछ दिन पहले विवाद भी हुआ था. खबरों के मुताबिक इस दिन पीएम मोदी कोरोना वायरस की वैक्सीन का ऐलान कर सकते हैं. हालांकि इस पर बाद में ये भी सवाल उठा कि कहीं पीएम मोदी के ऐलान के लिए जल्दबाजी में इस वैक्सीन को तो नहीं बनाया जा रहा है. फिलहाल अब इस पर चर्चा पूरी तरह से गायब हो गई और अब 2021 तक ही वैक्सीन आने की उम्मीद की जा रही है. बाकी समारोहों और त्योहारों की तरह ही  देश का 74वां स्वतंत्रता दिवस भी करोना वायरस के प्रकोप के साए में ही मनाया जाएगा. माना जा रहा है कि सोशल डिस्टैंसिंग के नियम के चलते इस बार लाल किले में होने वाले कार्यक्रम में ज्यादा लोगों को न बुलाया जाए. इस बार पीएम मोदी के भाषण में क्या होगा इस पर भी कई तरह की उम्मीदें की जा रही हैं.

बीते साल मई के महीने में चुनाव जीतकर मोदी सरकार ने ताबड़तोड़ फैसले लिए थे जिसमें जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और तीन तलाक कानून का मुद्दा था. बीते साल पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के फैसले पर कहा,  नई सरकार के आते ही हमने 10 हफ्ते के अंदर अनुच्छेद 370 और 35 ए हटा दिया. हम न समस्या को पालते हैं और न टालते हैं. हर किसी को इंतजार था कि इसको कौन करे. पीएम मोदी ने इस फैसले का विरोध कर रहे राजनीतिक दलों पर तंज कसते हुए कहा, 'अनुच्छेद 370 को हटाने के लिए राजनीति के गलियारों में चुनाव के तराजू से तौलने वाले जो लोग 370 के पक्ष में वकालत करते हैं उनसे देश पूछ रहा है कि अगर यह इतना महत्वपूर्ण है तो 70 साल तक आप लोगों ने इससे टेंपरेरी क्यों बनाए रखा'. 

वहीं अपने भाषण में तीन तलाक के मुद्दे का भी उन्होंने जोर शोर से जिक्र किया और कहा कि  नई सरकार आते ही  10 हफ्ते में तीन तलाक पर बैन लगा दिया गया. पहले मुस्लिम माताएं- बहनें इस डर में जीती थीं कि कहीं उनको तीन तलाक न दे दिया जाए. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. दुनिया के कई मुस्लिम देशों ने इसको हटा दिया था. पीएम मोदी ने कहा,  वन नेशन, वन कांस्टीट्यूशन. जीएसटी के माध्यम से हमने वन नेशन और न टैक्स के सपने का साकार किया. ऊर्जा के क्षेत्र में भी हमने वन नेशन और वन ग्रिड के सपने का को साकार किया है. हम अब इस पर भी चर्चा कर रहे हैं वन नेशन और वन इलेक्शन.' इसके बाद मोदी सरकार उसी साल नागरिकता संशोधन बिल लेकर आई और उसे भी संसद में पास करा लिया. 

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लेकिन इस बार पीएम मोदी जब लाल किले की प्राचीर से भाषण दे रहे होंगे तो उनके सामने कोरोना वायरस, लॉकडाउन देश की अर्थव्यवस्था को झटका, बेरोजगारी, चीन-पाकिस्तान की ओर से सीमा पर मिल रही लगातार चुनौती, लद्दाख में 20 सैनिकों के जान गंवाने की घटना, नेपाल के साथ सीमा विवाद, ईरान से रिश्तों में कम होती गर्माहट जैसे मु्द्दे भी सामने होंगे. विपक्ष मोदी सरकार पर चीन के सामने घुटने टेकने का लगातार आरोप लगा रहा है साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि चीन ने भारत की जमीन पर कब्जा कर लिया है लेकिन सरकार इसका खुलासा नहीं कर रही है. उम्मीद है कि पीएम मोदी इन सब मुद्दों पर सरकार की ओर से देश के सामने बात रखेंगे.