आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: पठानकोट एयरबेस पर इस साल की शुरुआत में हुए आंतकी हमले की जांच के लिए पाकिस्तानी दल के भारत दौरे के बीच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआई) ने आज कहा कि भारत इस हमले के दोषी पाकिस्तानी आतंकी मसूद अजहर से पूछताछ की इजाजत देने की मांग करेगा।
एनआईए प्रमुख शरद कुमार ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा, 'हम मसूद अजहर तक पहुंच की मांग करेंगे।' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आतंकी हमले की जांच के लिए आई पांच सदस्यीय पाकिस्तानी टीम के वापस जाने के बाद इस बाबत औपचारिक अनुरोध किया जाएगा।
वहीं पाकिस्तान स्थित सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि उन्हें यह जानकारी नहीं कि अजहर अब भी देश में है या नहीं। पिछले महीने इस्लामाबाद के शीर्ष सूत्रों ने बताया था कि वह पाकिस्तान से भाग चुका है।
ऐसे समय में जब एक आईएसआई सदस्य सहित पाकिस्तानी अधिकारियों का जांच दल पठानकोट दौरे पर है, यह देखना होगा कि पाकिस्तान भारत के इस अनुरोध पर क्या जवाब देता है।
गौरतलब है कि पठानकोट स्थित वायुसेना अड्डे पर 1 और 2 जनवरी की दरम्यानी रात छह आतंकियों ने हमला कर दिया था। इन आतंकियों पर काबू के लिए करीब 80 घंटों तक ऑपरेशन चला था, जिसमें भारत के सात सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे।
इस हमले के कुछ हफ्तों बाद पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट्स में बताया गया था कि मसूद अजहर और उसके रिश्तेदारों को इस्लामाबाद में नजरबंद कर दिया गया और जैश ए मोहम्मद के मदरसे और दफ्तरों पर छापे मारे गए और उन्हें बंद कर दिया गया। वहीं भारत सरकार के मुताबिक, पाकिस्तान सरकार की ओर से उसे 47 वर्षीय अजहर की गिरफ्तारी की कोई सूचना नहीं मिली है।
वहीं पाकिस्तान सरकार के शीर्ष सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया था कि इस छापे में जैश के कई गुर्गों को तो हिरासत में लिया गया था, लेकिन अजहर उनमें शामिल नहीं। उन्होंने बताया कि अजहर ना तो अपने अड्डे पर पाया गया और ना ही दक्षिणी पंजाब के बहावलपुर स्थित पैतृक आवास पर ही उसका कोई निशान मिला। उनका अंदेशा है कि वह काफी पहले ही वहां से भाग कर कहीं छुप गया है।