
पाकिस्तानी गज़ल गायक ग़ुलाम अली ने लखनऊ महोत्सव में शामिल होने की हामी भरी थी
शिवसेना ने धमकी दी है कि अगर उत्तर प्रदेश की राजधानी में लखनऊ महोत्सव के दौरान मशहूर पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली का कार्यक्रम कराया गया तो गुलाम अली का हाल सुधींद्र कुलकर्णी जैसा ही कर दिया जाएगा।
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पाकिस्तानी गायकों से गजल सुनना मंजूर नहीं
शिवसेना के प्रदेश अध्यक्ष अनिल सिंह ने कहा, 'सीमा पर हमारे जवाने मारे जाएं और हम पाकिस्तानी गायकों से गजल सुनें, ये शिवसेना को मंजूर नहीं। गुलाम अली ने भारत आने के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए थे, लेकिन जिस तरह स्थानीय प्रशासन ने मान मनुहार कर उन्हें लखनऊ महोत्सव में तीन दिसंबर को कार्यक्रम के लिए राजी किया, उससे साफ पता चलता है कि राज्य सरकार तुष्टिकरण की नीति अपना रही है और हठधर्मिता पर उतारू है।' (पढ़ें- मुझे राजनीति में घसीटा जाना पसंद नहीं : गुलाम अली)
सुधींद्र कुलकर्णी पर शिवसैनिकों ने पोती थी कालिख
आपको बता दें कि शिवसेना के आक्रामक विरोध के चलते गुलाम अली का मुंबई में होने वाला कार्यक्रम रद्द करा दिया गया था। इसके अलावा पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी की पुस्तक के विमोचन के लिए उनके साथ कार्यक्रम में शिरकत करने वाले पूर्व बीजेपी नेता सुधींद्र कुलकर्णी के चेहरे पर शिवसैनिकों ने कालिख पोत दी थी।