यह ख़बर 31 जुलाई, 2011 को प्रकाशित हुई थी

इस्तीफा देने को शर्तों पर राजी हुए येदियुरप्पा

खास बातें

  • क्या येदियुरप्पा से पूछकर ही उनकी कुर्सी पर बैठाया जाएगा नया मुख्यमंत्री…? भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद येदियुरप्पा आज इस्तीफ़ा दे रहे हैं...
बेंगलुरू:

कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार पर लग रही अटकलों पर विराम लगाते हुए मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने शनिवार को एक बयान जारी कर साफ कर दिया कि वह रविवार को इस्तीफा देंगे। येदियुरप्पा के इस्तीफा देने की घोषणा के बाद पार्टी की विधायक दल की बैठक रविवार को प्रस्तावित है। इस बीच, येदियुरप्पा के उत्तराधिकारी का चुनाव करने के लिए पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह और अरुण जेटली विधायकों से उनकी राय जानने में लगे हैं। गृह राज्य मंत्री आर. अशोक ने पत्रकारों को बताया, "येदियुरप्पा के उत्तराधिकारी पर आम सहमति से उम्मीदवार चुनने का काम दोपहर बाद तक पूरा कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री के इस्तीफे के बाद एक नए मुख्यमंत्री के चुनाव के लिए पार्टी के विधायक दल की बैठक शीघ्र होगी।" ज्ञात हो कि राज्य के लोकायुक्त एन. संतोष हेगड़े द्वारा अवैध खनन पर दी गई अपनी रिपोर्ट में मुख्यमंत्री की संलिप्तता बताए जाने पर पार्टी की संसदीय बोर्ड ने गुरुवार को येदियुरप्पा को इस्तीफा देने के लिए कहा। संसदीय बोर्ड के फैसले के बाद येदियुरप्पा ने शनिवार दोपहर तक अपने इस्तीफे को लेकर चुप्पी साधे रखी। इसके बाद उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि वह रविवार दोपहर बाद अपना इस्तीफा राज्यपाल हंसराज भारद्वाज को सौंपेंगे। इस बीच, नए मुख्यमंत्री का चुनाव के लिए पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक जेटली और सिंह पूरे दिन विधायकों का मन टटोलने के लिए उनसे मिलते रहे। अशोक ने कहा, "करीब 90 प्रतिशत विधायक पर्यवेक्षकों से मिले और नए नेता की अपनी पसंद के बारे में अपनी राय दी। बचे हुए विधायक रविवार सुबह मिलेंगे।" पार्टी पर्यवेक्षक और राज्य के नेता जहां येदियुरप्पा के उत्तराधिकारी के बारे में कुछ बताने से इनकार कर रहे हैं वहीं पार्टी के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि सिंचाई राज्य मंत्री जगदीश शेट्टार, उच्च शिक्षा मंत्री वीएस अचार्य, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष केएस ईश्वरप्पा और उडुपीचिकमागलुर से लोकसभा सदस्य डीवी गौडा का नाम मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे है। वहीं, मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर इस तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं कि पार्टी हाईकमान के फैसले से आहत येदियुरप्पा करीब 40 से 50 विधायकों के साथ पार्टी से अलग होने के बारे में सोच रहे हैं। येदियुरप्पा के करीबी पार्टी के एक सूत्र ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया, "इस्तीफे के बाद प्रतीक्षा कीजिए और देखिए, येदियुरप्पा कर्नाटक जनता पार्टी (केजेपी) के नाम से एक क्षेत्रीय पार्टी की घोषणा कर सकते हैं।" शुक्रवार देर रात तक केंद्रीय पर्यवेक्षकों से कोई ठोस आश्वासन न मिलने पर येदियुरप्पा ने अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी। येदियुरप्पा चाहते हैं कि उन्हें अपना उत्तराधिकारी चुनने और नए मंत्रिमंडल के गठन में उनका अधिकार हो। वह पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष भी बनना चाहते हैं। लेकिन उनकी इन मांगों पर पर्यवेक्षकों की ओर से कोई आश्वासन नहीं मिला। येदियुरप्पा ने एक बयान में कहा, "पार्टी के संसदीय बोर्ड के वरिष्ठ नेताओं द्वारा गुरुवार को लिए गए निर्णय के अनुसार मैं रविवार अपराह्न मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा।" येदियुरप्पा के कट्टर समर्थक दर्जन भर मंत्रियों और लगभग 40 विधायकों द्वारा शुक्रवार रात तक नेतृत्व परिवर्तन का विरोध किए जाने के बाद अब उनमें से कई ने शनिवार को अपने स्वर बदल दिए हैं और वे पार्टी हाईकमान का निर्णय स्वीकार करने को राजी हो गए हैं। इनमें अधोसंरचना विकास मंत्री जी. जनार्दन रेड्डी, स्वास्थ्य मंत्री बी. श्रीरामुलू और आबकारी मंत्री एमपी रेणुकाचार्य शामिल हैं। रेड्डी और रेणकाचार्य ने यहां संवाददाताओं से कहा, "यद्यपि हम अभी भी येदियुरप्पा के साथ हैं और चाहते हैं कि वह मुख्यमंत्री बने रहें, लेकिन हम उनके उस निर्णय का पालन करेंगे, जिसे वह पार्टी हाईकमान के निर्देश पर लेंगे।" 225 सदस्यीय विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष सहित सत्ताधारी भाजपा के 121 विधायक हैं। इसके अलावा विपक्षी कांग्रेस के 72, जनता दल (सेक्युलर) के 24, छह निर्दलीय और एक नामित सदस्य है। एक सीट खाली है। सामान्य बहुमत के लिए 113 सदस्यों का समर्थन होना जरूरी है।


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com