केंद्र सरकार के कृषि कानून के खिलाफ पंजाब के किसान पिछले 2 महीने से आंदोलन कर रहे हैं. 26 और 27 मार्च को उन्होंने दिल्ली मार्च करने का फैसला लिया था. किसान आंदोलन को रोकने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से हर संभव प्रयास किये गए लेकिन किसान दिल्ली आने में सफल रहे हैं. स्वराज इंडिया (Swaraj India) के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव (Yogendra Yadav) को कल गुरुग्राम पुलिस ने हिरासत में ले लिया था. योगेन्द्र यादव लगातार किसान आंदोलन में सक्रिय रहे हैं.
यह भी पढ़ें
दिल्ली पुलिस ने 'खास शर्तों' के साथ किसानों को ट्रैक्टर रैली की दी इजाजत, पांच हजार ट्रैक्टर-एक लेन छोड़ने जैसी बातें हैं शामिल..
किसानों ने बजट के दिन संसद तक पैदल मार्च करने का किया ऐलान, गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर निर्णय
गणतंत्र दिवस ट्रैक्टर परेड के लिए प्लान तैयार; 3,000 वॉलंटियर्स होंगे तैनात, गड़बड़ी फैलाने वालों की खैर नहीं
योगेन्द्र यादव ने NDTV से बात करते हुए कहा कि यह आंदोलन ऐतिहासिक है. साथ ही उन्होंने कहा कि यह किसान और सत्ता की लड़ाई है. यह आंदोलन भारत के लोकतंत्र के लिए एक मिशाल की तरह है. स्वराज इंडिया के प्रमुख ने कहा कि आज के दिन सवाल किसानों से पूछने से अच्छा है कि सरकार से पूछा जाए.
उन्होंने कहा कि यह सिर्फ पंजाब के किसानों का आंदोलन नहीं है बल्कि 15 राज्य के किसान आंदोलन कर रहे हैं. देश के कई राज्यों के किसान अपने जिला मुख्यालय में प्रदर्शन कर रहे हैं. NDTV के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मंडी में सुधार की जरूरत है ना कि मंडी को खत्म करने की जरूरत है.
योगेन्द्र यादव ने कहा कि किसान को दान नहीं उसे उसका अधिकार चाहिए. उसे उसके फसल का सही दाम मिलना चाहिए. लड़ाई दाम और किसानी बचानी की है. खेती कंपनियों के हाथ में न जाए उसकी लड़ाई किसान लड़ रहे हैं.