'आप' में दंगल : योगेंद्र यादव ने एनडीटीवी से कहा, न तोड़ेंगे, न छोड़ेंगे, सुधारेंगे और सुधरेंगे

नई दिल्ली:

आम आदमी पार्टी के नेता योगेंद्र यादव ने एनडीटीवी इंडिया संवाददाता अदिति राजपूत से बातचीत में कहा कि किस कुर्सी पर कौन बैठे, यह मुद्दा न था, न है। बहुत से ऐसे वॉलंटियर हैं, जिन्होंने मुझसे ज्यादा त्याग किया है और वे बिना किसी पद के पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। योगेंद्र यादव ने कहा, मुझे जो लगता है वो ये है कि न तोड़ेंगे, न छोड़ेंगे... सुधारेंगे और जरूरत पड़ी तो खुद भी सुधरेंगे। मेरे मन में 48-72 घंटे से शांति आ गई है। पीएसी में रहें न रहें, क्या फर्क पड़ता है।

गौरतलब है कि योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को आज आम आदमी पार्टी की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी से बाहर किया जाना तय है। सूत्रों ने एनडीटीवी इंडिया को बताया कि किसी तरह के समझौते या सुलह का अब कोई मौका नहीं बचा है

उधर, आप की महत्वपूर्ण बैठक से पहले बुधवार को अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय संयोजक पद से इस्तीफा देने की पेशकश की है। 'आप' की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को बुधवार सुबह भेजे अपने इस्तीफे में अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि उनके पास दिल्ली में 'काफी ज़्यादा काम है', और वह दोनों पदों को प्रभावी ढंग से नहीं संभाल पाएंगे।

'आप' की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुरू हो चुकी है। सूत्र बताते हैं कि 'आप' की हफ्तेभर पहले हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में 21 में से 16 सदस्य तब ही इसके पक्ष में थे, लेकिन कोई औपचारिक फैसला नहीं लिया गया था। औपचारिक फैसला लेने के लिए ही हफ्ते भर के भीतर राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक दोबारा बुलाई गई है

आम आदमी पार्टी के नेता दिलीप पांडे ने चिट्ठी लिखकर शिकायत की थी कि योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण और शांति भूषण, अरविंद केजरीवाल के खिलाफ षडयंत्र कर रहे हैं। प्रशांत भूषण का कहना है कि पार्टी अपने रास्ते से भटक गई है और एक आदमी के हिसाब से सब कुछ हो रहा है। पार्टी के अंदर लोकतंत्र नहीं बचा है। वहीं योगेंद्र यादव ने माना है कि उनके और अरविंद केजरीवाल के बीच संवाद न के बराबर है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल इस बैठक में हिस्सा नहीं पहुंचे, लेकिन 'आप' में नंबर 2 का स्थान रखने वाले डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया इस बैठक में गए हैं। केजरीवाल की तबीयत काफी खराब है और इलाज के लिए उन्होंने 10 दिनों की छुट्टी ली है। केजरीवाल आज ही बेंगलुरु रवाना हो रहे हैं। कल पूरे विवाद पर उन्होंने दुख जताया था।

वैसे, केजरीवाल के न आने की दो वजह हो सकती हैं,  एक तो हो सकता है कि बैठक में चर्चा के बाद योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को लेकर वोटिंग हो सकती है। ऐसी स्थिति में केजरीवाल नहीं चाहेंगे कि वह योगेंद्र यादव के खिलाफ वोट करें। दूसरा केजरीवाल की तबीयत काफी खराब है और इलाज के लिए आज ही बेंगलुरु रवाना हो रहे हैं।

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पिछले कुछ दिनों से आम आदमी पार्टी में जारी घमासान ख़त्म होगा या दरार और बढ़ेगी, इस बात का फ़ैसला आज पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हो जाएगा।