Corona Pandemic: देश की राजधानी में इस समय कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या केवल 1626 है, इसमें से 703 मरीज होम आइसोलेशन में हैं. बीते 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के चलते सात मरीजों की मौत हुई है, इसके साथ ही कोरोना से मौत का आंकड़ा 10,820 तक पहुंच गया है.
Beating Retreat 2021: आज भारत ने अपना 72वां गणतंत्र दिवस मनाया. इस मौके पर अटारी-वाघा बॉर्डर पर मंगलवार को बीटिंग रिट्रीट समारोह हुआ. सुबह बीएसएफ की ओर से राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया और उसे सलामी दी गई. इसके बाद शाम को अटारी-वाघा बॉर्डर पर बीटिंग रिट्रीट समारोह आयोजित किया गया.
भारत किसान यूनियन (BKU) के यूपी अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह ने नोएडा पुलिस के एडिशनल डिप्टी कमिश्नर रणविजय सिंह को गुलाब का फूल भेंट किया. यहां तक कि उन्होंने प्रदर्शनकारियों द्वारा तैयार किए हुए खाने को भी खाया.
तीन कृषि कानूनों के विरोध में गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों की आज ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) हो रही है. दिए गए समय से पहले ही किसानों ने सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर बैरिकेड्स तोड़ दिए थे.
Kisan Aandolan: शिवसेना के सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने इस मामले में केंद्र सरकार को आड़े हाथ लिया है. उन्होंने कहा कि सरकार ने आखिर तक प्रदर्शनकारी किसानों की बात नहीं सुनी. उन्होंने ट्वीट किया, 'क्या सरकार इस दिन का इंतजार कर रही थी? केंद्र सरकार ने आखिर तक लाखों किसानों की बात नहीं सुनी. हमारे देश में यह किस तरह का लोकतंत्र फल-फूल रहा है? यह लोकतंत्र नहीं है भाई.
दिल्ली में गणतंत्र दिवस (Republic Day 2021) के दिन किसानों के उग्र हुए प्रदर्शन (Farmer Protests) पर आम आदमी पार्टी (AAP) ने बयान जारी किया है. पार्टी ने कहा है कि इस प्रदर्शन दौरान हुई हिंसा की हम कड़ी निंदा करते हैं. यह खेदजनक है कि केंद्र सरकार ने इस हद तक स्थिति को बिगड़ने दिया.
महामारी के चलते सर्वाधिक प्रभावित उद्योग एवं सेवा क्षेत्रों में 2020-21 के दौरान क्रमश: 10 प्रतिशत और 9.2 प्रतिशत की गिरावट आने की आशंका है.सर्वे में कहा गया कि औद्योगिक क्षेत्र का पुनरुद्धार गति पकड़ रहा है, लेकिन वृद्धि अभी व्यापक नहीं है.
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) से किसानों की मांगों को स्वीकार करने की मंगलवार को अपील की. उन्होंने कहा कि नए कृषि कानून (Farm Laws) ‘‘पूरी तरह से गलत’’ हैं.
Kisan Aandolan: किसानों ने बसों और पुलिस वाहन में तोड़फोड़ की. सरकारी वाहनों में भी उन्होंने तोड़फोड़ की, लाठियां चलाईं और पुलिस बल पर पथराव किया. हालात को काबू करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज, वाटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल किया.
संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि हम इस पूरे घटनाक्रम पर खेद व्यक्त करते हैं.आंदोलन में कुछ अराजक लोग घुस आए हैं.जिन लोगों ने तय रास्ते से बाहर जाने का काम किया है उससे संयुक्त किसान मोर्चा ख़ुद को अलग करता है.
Kisan Aandolan: नई दिल्ली टेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अतुल भार्गव ने कहा कि प्रदर्शन के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने कनाट प्लेस बंद रखने का परामर्श दिया है. उन्होंने बताया, ‘‘ट्रैक्टर परेड में अराजकता फैल गई है. किसान आईटीओ पहुंच गए हैं. मैंने पुलिस आयुक्त से बात की और परामर्श मिला कि बाजारों को बंद रखा जाए. ’
तीन कृषि कानूनों के विरोध में गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों की आज ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) हुई. ट्रैक्टर परेड निकाल रहे किसान दिल्ली के कई इलाकों में जमकर प्रदर्शन कर रहे हैं. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कानून एवं व्यवस्था की मौजूदा स्थिति के मद्देनज़र दिल्ली के कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है.
दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली को लेकर स्थिति चिंताजनक हो गई है. राजधानी में योजना के मुताबिक, रैली निकालने की जगह पर हजारों किसानों ने अलग रूट लिया, जिसके चलते किसानों और पुलिस के बीच झड़प हुई है और कई जगहों पर किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे गए हैं. हजारों की संख्या में ट्रैक्टर लेकर किसान लाल किला पहुंच गए, जहां पर किले के बाहर एक दूसरा झंडा फहराया गया. किसानों ने झंडा फहराने के बाद कहा कि उन्होंने अपना मैसेज दे दिया है.
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने प्रदर्शनकारी किसानों से अपील की है कि वे कानून को हाथ में नहीं लें और शांति बनाए रखें. यह अपील राष्ट्रीय राजधानी में कई स्थानों पर पुलिस और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच झड़प की घटना के बीच आई है. पुलिस ने किसानों से कहा कि वह पूर्व निर्धारित मार्ग पर ही ट्रैक्टर परेड़ निकालें.
दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन (Farmers Protest) का देश के दूसरे हिस्सों में भी असर देखने मिला. मुंबई के आज़ाद मैदान में किसान जहां पिछले 3 दिनों से कृषि कानूनों (Farm Laws) का विरोध कर रहे हैं, तो वहीं बेंगलुरु में भी बाइक और ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) निकाली गई.
योगेंद्र यादव ने कहा, 'आप सबसे अनुरोध है कि गणतंत्र दिवस के दिन ऐसा कुछ न हो जो गलत है. जो साथी बैरिकेड्स तोड़कर आगे आ गए हैं, उनसे अनुरोध है कि जो कर चुके हैं वो ठीक है. अब कोई तोड़फोड़ न करें. कुछ ऐसा न हो कि जिससे किसान आंदोलन बदनाम हो. देश के किसान आंदोलन की इज्जत आपके साथ में हैं. कुछ ऐसा ना हो कि किसान आंदोलन को नुकसान पहुंचे. '
किसानों ने ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) के दौरान दिल्ली में जमकर हंगामा किया. कहा जा रहा है कि प्रदर्शनकारी किसान अपने नेताओं की बात भी नहीं सुन रहे हैं और बेकाबू हो गए हैं. हालांकि, किसान नेता राकेत टिकैत का दावा है कि प्रदर्शन पर अब भी किसान नेताओं का नियंत्रण है.