एमएस धोनी ने अपनी कप्तानी में चेन्नई की टीम को दो बार आईपीएल चैंपियन बनाया (फाइल फोटो)
आईपीएल इस वर्ष अपने 10वें वर्ष में प्रवेश कर गया है. अपने इस सफर में फटाफट क्रिकेट के इस 'मेले' ने देश-विदेश के क्रिकेटरों को भरपूर मनोरंजन प्रदान किया है. क्रिकेट के इस आयोजन ने खेलप्रेमियों को दुनियाभर के शीर्ष क्रिकेटरों के खेल कौशल को परखने और इसका मजा लेने का अवसर दिया है. घरेलू क्रिकेट की प्रतिभाओं को निखारने के लिहाज से भी यह टूर्नामेंट बेहद अहम रहा है. पवन नेगी, हार्दिक पांड्या, यजुवेंद्र चहल और कुलदीप यादव जैसे कई क्रिकेटरों को इस टूर्नामेंट के जरिये पहचान मिली और इसके बाद वे टीम इंडिया में भी स्थान बनाने में कामयाब रहे. आईपीएल महेंद्र सिंह के कप्तानी कौशल का भी गवाह रहा है.
आईपीएल-10 टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के लिए इस मायने में खास है कि वे इस बार कप्तान के बजाय खिलाड़ी के रूप में उतरेंगे. आईपीएल के दर्शकों ने अब तक कैप्टन कूल के नाम से मशहूर धोनी को कप्तान के रूप में ही देखा है. माही इस बार कप्तान के बजाय खिलाड़ी के रूप में इस टूर्नामेंट में उतरेंगे. टूर्नामेंट में धोनी इस बार राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स की टीम की ओर से स्टीव स्मिथ की कप्तानी में खेलेंगे. पिछले सीजन से ही पुणे सुपरजाइंट्स और गुजरात लायंस की टीम को आईपीएल में स्थान मिला था. पिछले सीजन में धोनी पुणे टीम के कप्तान थे लेकिन इस बार फ्रेंचाइजी ने उन्हें कप्तानी के दायित्व से मुक्त करने का फैसला किया है. आईपीएल में धोनी इससे पहले चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से कप्तान की हैसियत से खेले थे. चेन्नई टीम की कप्तानी करते हुए उन्होंने आईपीएल में इस टीम को दो बार चैंपियन बनाया था. यही नहीं, चार बार उनकी कप्तानी में टीम उपविजेता रही और दो बार सेमीफाइनल में पहुंची. आईपीएल के पिछले सीजन में चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स को दो वर्ष के लिए सस्पेंड कर दिया गया था, इसके बाद धोनी को पुणे की टीम की ओर से खेलने का मौका मिला. यह अलग बात है कि माही की कप्तानी में पिछले सीजन में राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स टीम कुछ खास नहीं कर पाई थी. उम्मीद की जानी चाहिए कि कप्तानी के दबाव से मुक्त होकर धोनी आईपीएल के 10वें संस्करण में अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन करेंगे.
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