IPL GLvsDD:हैदराबाद पर धमाकेदार जीत से उत्‍साहित दिल्‍ली बढ़ा सकती है सुरेश रैना की टीम की मुश्किलें..

IPL GLvsDD:हैदराबाद पर धमाकेदार जीत से उत्‍साहित दिल्‍ली बढ़ा सकती है सुरेश रैना की टीम की मुश्किलें..

सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ धमाकेदार जीत के बाद दिल्‍ली की टीम उत्‍साह से भरी हुई है (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

लगातार पांच मैचों में हार के बाद बल्लेबाजों की सही समय पर खेली गई जागरूक पारियों से आईपीएल10  में अपनी उम्मीदें जीवंत रखने वाली दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम कल यहां गुजरात लायंस के खिलाफ अपनी इस आशा को पंख लगाने के लिये उतरेगी. दूसरी ओर सुरेश रैना की अगुवाई वाली टीम अगर मगर की कठिन डगर में बने रहने की कोशिश करेगी. डेयरडेविल्स ने कल रात यहां सनराइजर्स हैदराबाद को रोमांचक मैच में 6 विकेट से हराकर प्लेऑफ में पहुंचने की अपनी उम्मीदें बनाए रखी हैं. उसके अब नौ मैचों में छह अंक हैं लेकिन उसकी आगे की राह कतई आसान नहीं है क्योंकि राहुल द्रविड़ की कोचिंग वाली टीम को अगर नॉकआउट में स्थान बनाना है तो उसे अपने बाकी बचे पांचों मैच जीतने होंगे.

दिल्ली के लिए अच्छी बात यह है कि उसे इनमें से चार मैच अपने घरेलू मैदान फिरोजशाह कोटला पर खेलने हैं और अब तक लचर प्रदर्शन कर रहे उसके बल्लेबाज सही समय पर अपनी जिम्मेदारियों पर खरे उतरने लगे हैं. डेयरडेविल्स का टीम प्रबंधन हालांकि यह बात अच्छी तरह से समझता है कि एक मैच में भी हार उस पर भारी पड़ जाएगी और इसलिए वह किसी भी तरह की ढिलाई से बचना चाहेगा. गुजरात लायंस की बात करें तो उसकी भी सबसे बड़ी समस्या बल्लेबाजों का अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाना है. इसके कारण उसकी टीम ने अब तक दस मैचों में सात मैच गंवाए हैं और उसके केवल छह अंक हैं. लायंस के लिये प्लेऑफ में पहुंचना लगभग नामुमकिन लग रहा है लेकिन अगर मगर के अंकगणित में उसकी धुंधली संभावनाएं बनी हुई हैं और निश्चित तौर पर उसकी टीम इन उम्मीदों को बरकरार रखने के लिये प्रतिबद्ध होगी.

इससे पहले तक केवल संजू सैमसन के प्रदर्शन में ही निरंतरता देखने को मिली थी जिन्होंने अब तक 313 रन बनाए हैं. उनको छोड़कर दिल्ली का कोई भी अन्य बल्लेबाज 200 रन तक नहीं पहुंच पाया है जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अगर डेयरडेविल्स को प्लेऑफ में पहुंचने के लिये संघर्ष करना पड़ रहा है तो इसके लिये काफी हद तक उसके बल्लेबाज जिम्मेदार रहे हैं. जहीर चोटिल होने के कारण पिछले दो मैचों में नहीं खेल पाए. टीम को उनकी प्रेरणादायी कप्तानी, अनुभव और एक मंझे हुए गेंदबाज की कमी खली. जहीर की अनुपस्थिति में कागिसो रबाडा पर दारोमदार था लेकिन सनराइजर्स के बल्लेबाजों के सामने उनकी एक नहीं चली थी और वह चार ओवर में 59 रन लुटा गए थे. यह दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज निश्चित रूप से इसमें सुधार करने के लिये बेताब होगा.

क्रिस मॉरिस आलराउंडर की भूमिका में अमूमन खरे उतरे हैं जबकि मोहम्मद शमी अपनी सटीक गेंदबाजी से उम्मीदें जगाई हैं. अमित मिश्रा अब भी टीम के मुख्य स्पिनर हैं लेकिन वह एक जैसा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं. बाएं हाथ के स्पिनर शाहबाज नदीम और ऑफ स्पिनर जयंत यादव को अब तक क्रमश: चार और दो मैचों में ही खेलने का मौका मिला है जिनमें उन्होंने किफायती गेंदबाजी की. गुजरात लायंस की परेशानी उसके बल्लेबाजों को निरंतर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाना है. ब्रैंडन मैकुलम (318 रन), सुरेश रैना (318 रन), दिनेश कार्तिक (221), एरोन फिंच (199), ईशान किशन (149) और ड्वेन स्मिथ (94) की मौजूदगी में टीम का बल्लेबाजी क्रम बेहद मजबूत दिख रहा है लेकिन ये अधिकतर मौकों पर टीम की जरूरतों के हिसाब से प्रदर्शन नहीं कर पाए.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)


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