
(प्रतीकात्मक तस्वीर)
जम्मू कश्मीर में विभिन्न सरकारी विभागों में काम करने वाले लिपिक कर्मचारियों ने वेतन में विसंगतियां दूर करने की लंबे समय से चली आ रही अपनी मांग पर शीघ्र ही सुनवाई करने के राज्य सरकार के आश्वासन के बाद तीन सप्ताह से जारी अपनी हड़ताल वापस ले ली है. हालांकि उन्होंने धमकी दी है कि अगर सरकार दी गई निर्धारित समय सीमा के भीतर मुददा सुलझाने में असफल रहती है तो वे फिर से अपनी हड़ताल शुरू कर सकते हैं. लिपिक कर्मचारी 16 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये थे जिसके कारण पूरे राज्य के सरकारी कार्यालयों में कामकाज बुरी तरह प्रभावित हुआ.
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विभिन्न लिपिक कैडर संगठनों के नेताओं ने लिपिक कैडर में वेतन में विसंगतियों को दूर करने के लिए अपनी मांग पर दबाव बनाने के लिए एक समन्वय समिति गठित की है. सभी विभागों के लिपिक कर्मचारी संघ के नेता बाबू हसन मलिक ने बताया कि हमारी वेतन संबंधी विसंगतियों को तीन सप्ताह के भीतर सुलझा लिये जाने के वित्त मंत्री सैयद अल्ताफ बुखारी के आश्वासन के बाद हमने हड़ताल वापस ले ली और सोमवार को फिर से अपना काम शुरू किया. हम 29 मई तक हड़ताल पर नहीं जाएंगे.
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