बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सदन के बाहर प्रदर्शन किया
Jharkhand: झारखंड (Jharkhand) के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने राज्य विधानसभा (Jharkhand Assembly)में नमाज कक्ष के मसले पर विपक्षी विधायकों के हंगामे को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी मानसिकता की वजह सेही राज्य के विकास को अपेक्षित गति नहीं मिल पा रही है. उन्होंने सदन के बाहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि यह साबित हो गया है कि विपक्ष मुद्दाविहीन है. आज उनके हंगामे की वजह से सदन में मुख्यमंत्री प्रश्नकाल भी नहीं हो पाया. सदस्यों के पास सीधे मुझसे सवाल पूछने और जवाब पाने का अवसर था, लेकिन मुद्दाहीनता के बीच यह मौका उन्होंने गंवा दिया.
सदन के बाहर भारतीय जनता पार्टी (BJP)सदस्यों के भजन-कीर्तन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, 'यह स्पष्ट है कि उनके मन में आस्था नहीं है. वे दिखावा कर रहे हैं. मन में राक्षस बैठा हो तो फिर ऐसे ही हालात पैदा किये जाएंगे.' मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में रोजगार देने की प्रक्रिया को गति दी जा रही है. जल्द ही इसके परिणाम सामने दिखेंगे. गौरतलब है कि झारखंड विधानसभा की नई बिल्डिंग में स्पीकर ने नमाज अदा करने के लिए एक कमरा आवंटित किया है. विधानसभा सचिवालय के मुताबिक 2 सितंबर को एक आदेश के तहत मुस्लिम विधायकों के लिए कमरा संख्या TW 348 आवंटित किया गया है, ताकि वे वहां नमाज पढ़ सकें. विधानसभा अध्यक्ष के आदेश से उपसचिव नवीन कुमार ने यह आदेश जारी किया है.
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विपक्षी पार्टी बीजेपी ने इसकी आड़ में विधानसभा अध्यक्ष से विधानसभा परिसर में ही स्थान आवंटित करने की मांग की है, ताकि वहां हनुमान मंदिर बनाया जा सके. पूर्व विधान सभा अध्यक्ष और बीजेपी नेता सीपी सिंह ने कहा, "मैं नमाज के लिए कमरा आवंटित करने के खिलाफ नहीं हूं लेकिन उन्हें झारखंड विधानसभा परिसर में मंदिर भी बनाना चाहिए. मैं यहां तक मांग करता हूं कि वहां हनुमान मंदिर की स्थापना की जाए. अगर स्पीकर ने मंजूरी दी तो हम अपने खर्च पर मंदिर बना सकते हैं."