RRB JE: उम्मीदवारों ने जूनियर इंजीनियर भर्ती की चयन प्रक्रिया पर उठाए सवाल, रेलवे ने पेश की सफाई

RRB JE रिजल्ट पर उम्मीदवारों का कहना है कि जूनियर इंजीनियर एक टेक्नीकल पोस्ट है लेकिन परीक्षा का पैटर्न नॉन टेक्नीकल (जनरल) था जिसके कारण कई उम्मीदवार परीक्षा में फेल हो गए.

RRB JE: उम्मीदवारों ने जूनियर इंजीनियर भर्ती की चयन प्रक्रिया पर उठाए सवाल, रेलवे ने पेश की सफाई

RRB JE Result 2019: जेई भर्ती परीक्षा का रिजल्ट 13 अगस्त को जारी किया गया था.

खास बातें

  • जेई भर्ती चयन प्रक्रिया पर उम्मीदवारों ने सवाल उठाए हैं.
  • उम्मीदवारों की मांग है कि जेई रिजल्ट दोबारा जारी हो.
  • जेई सीबीटी 2 की तारीख जारी हो चुकी है.
नई दिल्ली:

RRB JE Result: रेलवे जूनियर इंजीनियर रिजल्ट जारी हो चुका है. परीक्षा (RRB JE) में कई उम्मीदवारों को असफलता हाथ लगी है. उम्मीदवारों ने चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं. उम्मीदवारों का कहना है कि जूनियर इंजीनियर एक (RRB JE) टेक्नीकल पोस्ट है लेकिन परीक्षा का पैटर्न नॉन टेक्नीकल (जनरल) था जिसके कारण कई उम्मीदवार परीक्षा में फेल हो गए. कई उम्मीदवार इसके संबंध में NDTV को मेल और फोन कर रहे हैं. उम्मीदवारों का कहना है कि परीक्षा क्वालीफाइंग थी तो फिर रेलवे ने कट-ऑफ के आधार पर उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट क्यों किया? रेलवे जूनियर इंजीनियर परीक्षा में 60-70 अंक लाने के बाद भी उम्मीदवार फेल हुए हैं. उम्मीदवारों ने NDTV को बताया, ''जूनियर इंजीनियर की पहली स्टेज की कट-ऑफ बहुत ज्यादा गई है. इस परीक्षा में भाग लेने वाले करीब 80 फीसदी छात्र वो है जिन्होंने डिग्री तो टेक्नीकल की ली है लेकिन वे नॉन टेक्नीकल फील्ड जैसे- SSC-CGL, CHSL, बैकिंग आदि की तैयारी करते आ रहे हैं और उनके जेई परीक्षा में अच्छे मार्क्स आए हैं. वहीं, टेक्नीकल फील्ड जैसे GATE, IES से आने वाले छात्रों के नंबर कम आए हैं क्योंकि सीबीटी एक पूरी तरह से  नॉन टेक्नीकल पेपर (जनरल) था. ऐसे में नॉन टेक वालों ने अच्छे अंक प्राप्त किए और कट-ऑफ ज्यादा गई जिसके चलते 60-70 अंक लाने वाला उम्मीदवार भी सीबीटी एक में पास नहीं हो सका.'' 

वहीं रेलवे ने मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज करते हुए चयन प्रक्रिया सही बया है. रेलवे की तरफ से जारी बयान के मुताबिक पूरी प्रक्रिया का निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से पालन किया गया है, जिसका उल्लेख केंद्रीयकृत रोजगार अधिसूचना (CEN) 03/2018 में भी किया गया था. पहले चरण में पूछे गए प्रश्न CBT के सिलेबस के अनुसार थे. जबकि दूसरे चरण में भी नियमों का पालन किया गया है.

बता दें कि सीबीटी 1 जनरल पेपर होता है जिसमें मैथ्स, जनरल अवेयनेस, जनरल इंटेलिजेंस और रीजनिंग और जनरल साइंस से सवाल आते हैं. उम्मीदवारों की मांग है कि जेई का रिजल्ट दोबारा जारी किया जाए और उन्हें 40 फीसदी क्वालीफाइंग अंकों के आधार पर सीबीटी 2 में बैठने का मौका दिया जाए. इसके संबंध में उम्मीदवार रोज रेल मंत्री से लेकर रेलवे बोर्ड को ट्वीट कर रहे हैं. हालांकि पहले स्टेज की परीक्षा क्वालीफाइंग नहीं है. NDTV ने जूनियर इंजीनियर नोटिफिकेशन को चेक किया. हमने पाया कि पहले स्टेज की परीक्षा 'स्क्रीनिंग' है न कि क्वालीफाइंग. क्वालीफाइंग परीक्षा में अगर कोई उम्मीदवार निर्धारित क्वालीफाइंग अंक के बराबर या अधिक अंक हासिल करता है तो वह पास हो जाता है. वहीं स्क्रीनिंग परीक्षा में ऐसा नहीं होता. 

नोटिफिकेशन के मुताबिक सीबीटी 2 के लिए कुल पदो के 15 गुना उम्मीदवारों को चुना जाएगा.  नोटिफिकेशन में यह भी कहा गया है पात्रता के लिए न्यूनतम अंक: UR -40 फीसदी, OBC-30 फीसदी, SC-30फीसदी, ST-25 फीसदी  है.  उम्मीदवारों में नोटिफिकेशन में दी गई बात को लेकर कंफ्यूजन भी है. इस मामले पर अब उम्मीदवार रेलवे भर्ती बोर्ड के जवाब का इंतजार कर रहे हैं.

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